दैनिक भास्कर, भारत समाचार पर आयकर छापे की कार्रवाई दुर्भावनापूर्ण जान पड़ती है: विवेक तन्खा |

दैनिक भास्कर, भारत समाचार पर आयकर छापे की कार्रवाई दुर्भावनापूर्ण जान पड़ती है: विवेक तन्खा

दैनिक भास्कर, भारत समाचार पर आयकर छापे की कार्रवाई दुर्भावनापूर्ण जान पड़ती है: विवेक तन्खा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:21 PM IST, Published Date : July 25, 2021/8:04 pm IST

नयी दिल्ली, 25 जुलाई (भाषा) कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने रविवार को कहा कि प्रेस की स्वतंत्रता के बिना कोई लोकतंत्र नहीं हो सकता और आरोप लगाया कि दैनिक भास्कर तथा भारत समाचार के खिलाफ आयकर की तलाशी से दुर्भावना की बू आती है।

तन्खा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लिखे पत्र में कहा कि आम लोगों में यह धारणा बनी है कि कोविड-19 महामारी को लेकर जन हितैषी पत्रकारिता करने के कारण बदले की भावना के तहत इन दोनों मीडिया कंपनियों को निशाना बनाया गया है।

मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य तन्खा ने कहा, ” इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि यह प्रकाशन सरकार द्वारा महामारी से निपटने को लेकर सवाल खड़े करता रहा। इनमें सत्ताधारियों को जवाबदेह ठहराने का प्रयास किया गया, चाहे वो किसी भी राजनीतिक दल के रहे हों। साथ ही और अधिक पारदर्शिता पर जोर दिया गया।”

उन्होंने कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि आयकर विभाग ने अपनी सनसनीखेज प्रेस विज्ञप्तियों में कानून के बुनियादी नियमों का भी पालन नहीं किया जबकि कर तलाशी की कार्यवाही जारी है।

विवेक तन्खा उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ वकील भी हैं। तन्खा ने कहा कि अखबारों में छपे कई लेख परेशान करने वाले हैं, जिनमें कहा गया है कि आयकर विभाग ने कथित कर देनदारी का फैसला पहले ही कर लिया जबकि तलाशी अभियान अभी जारी है।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के परिपत्रों का हवाला देते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि परिपत्र ये स्पष्ट करते हैं कि ”प्रेस को तलाशी अभियान से संबंधित जानकारी जारी करने की ऐसी कार्रवाई न केवल अनुचित बल्कि अवैध भी है।”

उल्लेखनीय है कि सीबीडीटी ने शनिवार को दावा किया था कि उसे मीडिया समूह के 2200 करोड़ रुपये के कथित ”फर्जी लेन-देन” का पता चला है। आयकर विभाग ने इस सप्ताह की शुरुआत में मीडिया समूह दैनिक भास्कर पर छापेमारी की थी। सीबीडीटी ने कहा था कि 22 जुलाई को भोपाल, इंदौर, दिल्ली, अहमदाबाद, नोएडा और कुछ अन्य शहरों में शुरू की गई तलाशी ”अभी जारी है और आगे की जांच प्रगति पर है।” सीबीडीटी ने एक बयान में कहा, ” तलाशी अभियान के दौरान प्राप्त विशाल सामग्री की पड़ताल की जा रही है।”

वहीं, सीबीडीटी ने शनिवार को दावा किया था कि लखनऊ के हिंदी समाचार चैनल ‘भारत समाचार’ एवं उससे जुड़े व्यवसाय पर इस हफ्ते की शुरुआत में छापेमारी के बाद जब्त दस्तावेजों और डिजिटल रिकॉर्ड से पता चलता है कि करीब 200 करोड़ रुपये का ‘‘बिना हिसाब का’’ लेनदेन हुआ। छापेमारी 22 जुलाई को लखनऊ, बस्ती, वाराणसी, जौनपुर और कोलकाता में तथा प्रधान संपादक ब्रजेश मिश्रा, राज्य प्रमुख वीरेंद्र सिंह, उत्तर प्रदेश के हरैया (बस्ती जिला) विधानसभा सीट से भाजपा विधायक अजय सिंह एवं कुछ अन्य के आवासीय परिसरों पर हुई थी।

भाषा शफीक दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)