भारत कभी एक राष्ट्र नहीं रहा: द्रमुक नेता ए राजा |

भारत कभी एक राष्ट्र नहीं रहा: द्रमुक नेता ए राजा

भारत कभी एक राष्ट्र नहीं रहा: द्रमुक नेता ए राजा

:   Modified Date:  March 5, 2024 / 04:01 PM IST, Published Date : March 5, 2024/4:01 pm IST

चेन्नई, पांच मार्च (भाषा) द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के सांसद ए. राजा ने कहा है कि भारत कभी एक राष्ट्र नहीं रहा बल्कि यह एक उपमहाद्वीप है जहां विभिन्न प्रथाएं और परंपराएं हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि यह राष्ट्र के ‘विभाजन’ का आह्वान है।

राजा एक वीडियो में पार्टी द्वारा आयोजित एक बैठक को संबोधित करते हुए दिख रहे हैं, जिसमें वह कथित रूप से कहते हैं, “भारत एक राष्ट्र नहीं है। इस बात को अच्छे से समझ लें। भारत कभी एक राष्ट्र नहीं रहा। एक राष्ट्र एक भाषा, एक परंपरा और एक संस्कृति को दर्शाता है और ऐसी विशेषताएं ही एक राष्ट्र का निर्माण करती हैं।”

राजा ने दावा किया कि भारत एक राष्ट्र नहीं बल्कि एक उपमहाद्वीप है। उन्होंने कहा, “क्या कारण है? यहां तमिल एक राष्ट्र और एक देश है। मलयालम एक भाषा, एक राष्ट्र और एक देश है। उड़िया एक राष्ट्र, एक भाषा और एक देश है। ऐसी सभी राष्ट्रीय श्रेणियां भारत का निर्माण करती हैं। तो, भारत एक देश नहीं है, यह एक उपमहाद्वीप है जिसमें विभिन्न प्रथाएं, परंपराएं और संस्कृतियां हैं।”

राजा ने कहा, “तमिलनाडु में एक संस्कृति है और केरल में दूसरी संस्कृति है। वैसे ही दिल्ली में एक संस्कृति है। ओडिशा में, एक और संस्कृति है। मणिपुर में कुत्ते का मांस खाया जाता है, जो एक सांस्कृतिक पहलू है। कश्मीर में एक संस्कृति है। हर संस्कृति को मान्यता देगी होगी।”

उन्होंने कहा, “अगर कोई समुदाय बीफ खाता है तो उसे मानिए, आपकी समस्या क्या है? क्या उन्होंने आपसे खाने के लिए कहा? यही विविधता में एकता है। हमारे बीच अंतर हैं और इसे स्वीकार करना होगा।”

भाजपा की आईटी शाखा के प्रभारी अमित मालवीय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “द्रमुक से नफरत भरे भाषण लगातार जारी हैं। उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को नष्ट करने के आह्वान के बाद अब ए. राजा ने भारत के विभाजन का आह्वान किया है, भगवान राम का उपहास किया है, मणिपुरियों पर अपमानजनक टिप्पणियां की हैं और एक राष्ट्र के रूप में भारत की अवधारणा पर सवाल उठाया है।”

उन्होंने कहा, “कांग्रेस और अन्य आई.एन.डी.आई. गठबंधन (विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’) के साथी चुप हैं। उनके प्रधानमंत्री पद के तथाकथित उम्मीदवार राहुल गांधी की चुप्पी स्पष्ट है।”

भाषा नोमान वैभव

वैभव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)