भारत का रूख स्पष्ट है कि भगोड़े अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाए : विदेश मंत्रालय |

भारत का रूख स्पष्ट है कि भगोड़े अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाए : विदेश मंत्रालय

भारत का रूख स्पष्ट है कि भगोड़े अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाए : विदेश मंत्रालय

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:49 PM IST, Published Date : April 21, 2022/10:58 pm IST

नयी दिल्ली, 21 अप्रैल (भाषा) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा शुरू होने के बीच विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत बार बार आर्थिक अपराध के मामलों में भगोड़ों को न्याय के कटघरे में लाने की जरूरत तथा भारत विरोधी रूख रखने वालों के कारण सुरक्षा चिंताओं के विषय को उठाता रहा है।

विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन की शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वार्ता होने वाली है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से पूछा गया था कि क्या बातचीत के दौरान भारतीय पक्ष आर्थिक अपराध के मामले में भगोड़े कारोबारी विजय माल्या तथा खालिस्तान से जुड़ा विषय उठायेगा।

बागची ने हालांकि कहा कि उन्हें यह पता नहीं कि अगर ये बातें उठेंगी तब किस संदर्भ में और कैसे उठेंगी।

उन्होंने कहा ‘‘ हम अपने एजेंडे के तहत बार बार आर्थिक अपराध मामलों में भगोड़ों को न्याय के कटघरे में लाने की जरूरत के विषय को उठाते रहे हैं।’’

उन्होंने यह भी हा कि हम भारत विरोधी रूख रखने वालों के कारण सुरक्षा चिंताओं के विषय को उठाते रहे हैं।

वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की यात्रा के बारे में उन्होंने कहा कि हम उनकी ‘महत्वपूर्ण एवं सार्थक यात्रा’ को लेकर आशान्वित है जिसमें ‘रोडमैप 2030’ सहित द्विपक्षीय, बहुपक्षीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा पर बृहस्पतिवार को अहमदाबाद पहुंचे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाताओं से कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बेरिस जॉनसन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर भारत आए हैं और सुबह गुजरात पहुंचे।

उन्होंने कहा कि जॉनसन साबरमती आश्रम गए और इसके बाद वह कुछ अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं।

उन्होंने बताया कि शाम को जॉनसन दिल्ली के लिये रवाना होंगे।

बागची ने कहा, ‘‘ हम उनकी (जॉनसन) इस यात्रा को लेकर आशान्वित हैं। यह एक महत्वपूर्ण यात्रा है और इस सार्थक यात्रा को लेकर हम आशान्वित हैं।’’

प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच ‘रोडमैप 2030’ सहित द्विपक्षीय, बहुपक्षीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी।

इससे पहले, बुधवार को अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ जॉनसन की बातचीत में हिंद प्रशांत क्षेत्र के हालात पर भी चर्चा होगी।

उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन भारत को रक्षा निर्माण का केन्द्र बनाने के मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने में अपना सहयोग देने के लिए तैयार है और देश सैन्य हार्डवेयर के संयुक्त उत्पादन के लिए प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण को भी तैयार है।

भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर उन्होंने कहा था कि जॉनसन की यात्रा अगले दौर की बातचीत की राह तैयार करेगी। यह बातचीत अगले सप्ताह होने वाली है।

दिल्ली में ब्रिटिश प्रधानमंत्री का 22 अप्रैल को राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया जायेगा। उनका राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर जाने और पुष्पांजलि अर्पित करने का कार्यक्रम है। इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन हैदराबाद हाउस में बैठक करेंगे। जॉनसन विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मिलेंगे।

दोनों देशों के बीच कुछ समझौता ज्ञापन का भी आदान प्रदान किया जा सकता है।

इससे पहले रविवार को जारी डाउनिंग स्ट्रीट के बयान के अनुसार, दोनों नेता भारत-ब्रिटेन के बीच रणनीतिक रक्षा, कूटनीतिक और आर्थिक साझेदारी पर गहन बातचीत करेंगे।

भाषा दीपक सुरभि मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)