पिछले 10 साल भारतीय रेल के लिए ‘अन्याय काल’ साबित हुए: कांग्रेस |

पिछले 10 साल भारतीय रेल के लिए ‘अन्याय काल’ साबित हुए: कांग्रेस

पिछले 10 साल भारतीय रेल के लिए ‘अन्याय काल’ साबित हुए: कांग्रेस

:   Modified Date:  May 29, 2024 / 09:04 PM IST, Published Date : May 29, 2024/9:04 pm IST

नयी दिल्ली, 29 मई (भाषा) कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि पिछले 10 साल भारतीय रेल के लिए ‘अन्याय काल’ साबित हुए हैं और मोदी सरकार ने रेलवे को बर्बाद कर दिया।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने पर रेलवे एक बार फिर आम आदमी को प्राथमिकता देने वाली परिवहन सेवा बनेगी।

रमेश ने ओडिशा के बालासोर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा का उल्लेख करते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘आज प्रधानमंत्री ओडिशा के बालासोर ज़िले में चुनाव प्रचार के लिए गए। याद कीजिए, एक साल पहले, दो जून 2023 को यहीं आज़ाद भारत की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटनाओं में एक घटी थी। इस दुर्भाग्यपूर्ण अवसर पर आइए देखते हैं कि पिछले दस साल के अन्याय काल में मोदी सरकार ने भारतीय रेल को (कैसे) बर्बाद किया है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘कीमतें बढ़ाने और बदतर सेवा देने के बावजूद रेलवे ने इतना पैसा कहां बर्बाद कर दिया? इसका संक्षेप में जवाब है- व्यर्थ का खर्च, सुस्त विकास, लागत में वृद्धि और देरी।’’

रमेश का कहना है, ‘‘नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ 3,000 करोड़ रुपये जिन चीज़ों पर ख़र्च किए गए, उन्हें टाला जा सकता था। यदि सीधे शब्दों में कहें तो करदाताओं के ये पैसे यूं ही बहा दिए गए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे लाभ वाले माल ढुलाई क्षेत्र में भी अच्छी वृद्धि हासिल करने में विफल रहा है। माल ढुलाई की मात्रा में 10 साल का सीएजीआर सिर्फ 3.5 प्रतिशत रहा है, जबकि संप्रग के 10 साल में यह 5.6 प्रतिशत था।

कांग्रेस महासचिव के अनुसार, दिसंबर 2022 तक, 76 प्रतिशत बड़ी परियोजनाओं (150 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य) में लागत में वृद्धि देखी गई, जिससे 2.58 लाख करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च हुए।

उनका कहना था कि लागत बढ़ने का एक बड़ा कारण (परियोजना में) देरी है तथा 96 प्रतिशत परियोजनाओं में औसतन 5.3 वर्ष की देरी हुई है।

रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘पिछले 10 साल के अन्याय काल में एक के बाद एक ‘मोदी-मेड’ आपदाएं देखी गई हैं। इस देश में रेलवे से लेकर जीएसटी तक हर संस्था गरीबों से लूटने में लगी है और केवल अत्यधिक अमीर लोगों को फायदा पहुंचा रही हैं।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का ‘पांच न्याय’ का वादा यह सुनिश्चित करेगा कि पिछले 10 साल में हुए नुक़सान की भरपाई हो।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम टिकट वसूली, भीड़भाड़ और ट्रेनों की देरी, फिजूलखर्ची, बड़े पैमाने पर लागत में वृद्धि और भयंकर वित्तीय कुप्रबंधन को समाप्त करेंगे। जून 2024 से रेलवे एक बार फिर आम आदमी को प्राथमिकता देने वाला होगा।’’

भाषा हक

हक सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)