लोस चुनाव : बांकुड़ा में चिकित्सक और दो वकीलों के बीच चुनावी लड़ाई, लोगों में उत्साह नहीं |

लोस चुनाव : बांकुड़ा में चिकित्सक और दो वकीलों के बीच चुनावी लड़ाई, लोगों में उत्साह नहीं

लोस चुनाव : बांकुड़ा में चिकित्सक और दो वकीलों के बीच चुनावी लड़ाई, लोगों में उत्साह नहीं

:   Modified Date:  May 21, 2024 / 12:31 PM IST, Published Date : May 21, 2024/12:31 pm IST

(अमिताव रॉय)

बांकुड़ा (पश्चिम बंगाल), 21 मई (भाषा) चुनावों के दौरान आमतौर पर दिखाई देने वाले रंग-बिरंगे भित्तिचित्र, गली-नुक्कड़ पर होने वाली सभाएं, पेड़ों पर लगे अलग-अलग पार्टियों की झंडे और चुनावों की बात करते लोग दिखाई देना स्वभाविक है, जो पश्चिम बंगाल की बांकुड़ा लोकसभा सीट पर भी ठीक वैसा ही है। लेकिन एक चीज जो यहां नदारद है, वह है जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की कमी।

जब भी देश के किसी भी हिस्से में चुनाव बेहद करीब होते हैं उस दौरान लोगों का अपने रोजाना के कार्यों में आम दिनों की ही तरह व्यस्त रहना बिल्कुल सामान्य माना जाता है लेकिन बंगाल में राजनीतिक माहौल ठीक इसके उलट होता है।

बांकुड़ा निर्वाचन क्षेत्र में 25 मई को मतदान होना है और चुनाव से महज कुछ दिन पहले तक लोगों में उत्सुकता की कमी नजर आ रही है फिर चाहे वह जिला मुख्यालय कस्बा हो या फिर लोकसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाके।

हिंदू महासभा की बांकुड़ा जिला इकाई के सहायक सचिव हरसुंदर दत्ता ने स्वीकार किया कि चुनावों को लेकर लोगों के बीच उत्सुकता की भारी कमी है।उन्होंने कहा, ”लोग अब रोजमर्रा के अपने जीवन में ज्यादा रूचि रखते हैं।”

एक स्थानीय व्यवसायी और सोशल मीडिया पत्रकार सोमनाथ बराट का कहना है कि इस बार बांकुड़ा में माहौल बदला-बदला सा है और मतदाता अपनी राय को लोगों के सामने रखने से बच रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बांकुड़ा लोकसभा सीट से सुभाष सरकार को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। सरकार मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में केंद्रीय मंत्री और पेशे से चिकित्सक हैं। वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बांकुड़ा जिला इकाई के अध्यक्ष और वकील अरुप चक्रवर्ती को टिकट दिया है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने बांकुड़ा से वकील निलांजन दासगुप्ता को चुनाव मैदान में उतारा है।

बांकुड़ा लोकसभा क्षेत्र से कुल 12 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

हरसुंदर दत्ता ने दावा किया कि सरकार बांकुड़ा सीट पर लगातार दूसरी बार चुनाव जीतेंगे। उन्होंने कहा कि टीएमसी उम्मीदवार को अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के एक वर्ग के भीतर ही तनाव का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं पत्रकार बराट ने कहा कि इस चुनाव में भाजपा और टीएमसी उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर होगी। उन्होंने कहा, ”अरुप चक्रवर्ती एक मजबूत उम्मीदवार हैं और एक अच्छे संगठन नेता हैं।”

रानीबांध में एक टीएमसी पदाधिकारी ने दावा किया कि तालडंगरा विधानसभा क्षेत्र से सत्तारूढ़ दल के मौजूदा विधायक चक्रवर्ती निश्चित रूप से जीतेंगे और भाजपा से सीट छीन लेंगे।

टीएमसी के रानीबांध ब्लॉक के अध्यक्ष उत्तम महतो ने 2019 लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में पार्टी कार्यकर्ताओं का एक वर्ग टीएमसी उम्मीदवार सुब्रत मुखर्जी के समर्थन में नहीं था क्योंकि वह बांकुड़ा के लिए एक बाहरी थे।

उन्होंने कहा, ”लेकिन इस बार अरुप चक्रवर्ती जमीन से जुड़़े नेता हैं और चौबीसों घंटे जनता के लिए उपलब्ध रहेंगे।”

सरकार ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी चक्रवर्ती के बारे में दावा किया कि टीएमसी उम्मीदवार से उनकी कोई तुलना नहीं है।

सरकार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”2019 लोकसभा चुनाव में मेरे सामने एक कद्दावर नेता थे। सुब्रत मुखर्जी राज्य में और युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं लेकिन मोदी जी के विकास और जनता के उनमें (नरेन्द्र मोदी) विश्वास ने चुनाव का रुख बदल दिया।”

भाजपा उम्मीदवार ने कहा, ”चक्रवर्ती, मुखर्जी की तुलना में कुछ भी नहीं हैं।”

उन्होंने कहा कि इस बार उनकी जीत का अंतर काफी बढ़ जाएगा। चक्रवर्ती ने सरकार के दावे को खारिज करते हुए कहा कि टीएमसी ने पंचायत चुनावों के बाद से बांकुड़ा में हवा का रुख बदल दिया है और इस चुनाव में भी पार्टी अपनी जीत का सिलसिला जारी रखेगी।

टीएमसी उम्मीदवार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”मैं यहां के लोगों के लिए चौबीसों घंटे काम करता हूं।”

भाषा जितेंद्र नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)