मोदी ने तृणमूल पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, टीएमसी ने किया पलटवार |

मोदी ने तृणमूल पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, टीएमसी ने किया पलटवार

मोदी ने तृणमूल पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, टीएमसी ने किया पलटवार

:   Modified Date:  March 2, 2024 / 06:40 PM IST, Published Date : March 2, 2024/6:40 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

कृष्णानगर/कोलकाता, दो मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ हमला तेज करते हुए उसे ‘‘उत्पीड़न, वंशवाद की राजनीति और विश्वासघात’’ का पर्याय करार दिया तथा आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने योजनाओं को घोटालों में बदलने में ‘‘महारत’’ हासिल कर ली है।

मोदी ने नदिया जिले के कृष्णानगर में एक रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल के विकास और देश की प्रगति के बीच आपसी संबंध पर जोर दिया तथा राज्य की सभी 42 लोकसभा सीट जीतने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को रेखांकित किया।

साल 2019 के आम चुनाव में भाजपा को 18 सीट पर जीत मिली थी।

इस बीच मोदी के आरोपों पर पलटवार करते हुए टीएमसी ने पूछा कि उन्होंने नारद मामले में आरोपी शुभेंदू अधिकारी के साथ मंच साझा क्यों किया।

मोदी ने पार्टी समर्थकों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि राज्य के प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में भाजपा का चुनाव चिह्न ‘‘कमल खिले।’’

प्रधानमंत्री ने संदेशखालि की घटनाओं का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि क्षेत्र में ‘‘परेशान माताओं और बहनों’’ का समर्थन करने के बजाय राज्य सरकार ने आरोपियों का पक्ष लिया।

मोदी ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के लोग राज्य सरकार के कामकाज के तरीके से निराश हैं। उन्होंने बड़ी उम्मीदों के साथ टीएमसी को बार-बार इतना बड़ा जनादेश दिया है, लेकिन पार्टी अत्याचार, वंशवाद की राजनीति और विश्वासघात का दूसरा नाम बन गई है। टीएमसी की प्राथमिकता राज्य का विकास नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद है।’’

प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि टीएमसी का अर्थ अब हो गया है-‘‘तू, मैं और करप्शन (भ्रष्टाचार)।’’

उन्होंने ‘‘केंद्रीय योजनाओं को अपना बताने’’ और ‘‘भ्रष्टाचार एवं पक्षपात’’ की संस्कृति को बढ़ावा देने को लेकर तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की।

मोदी ने कहा, ‘‘टीएमसी ने पश्चिम बंगाल की छवि खराब कर दी है। उसने हर योजना को घोटाले में बदलने में महारत हासिल कर ली है। वे केंद्रीय योजनाओं पर मुहर लगाते हैं और इसे अपना बता देते हैं। वे गरीबों से छीनने और उन्हें वंचित करने में संकोच नहीं करते।’’

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के ‘तोलाबाजों’ (वसूली करने वालों) का नियंत्रण है और वे ‘‘राज्य को अनुचित रूप से प्रभावित करते हैं तथा केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा डालते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आगामी वर्षों में भाजपा देश और प्रदेश में निवेश एवं रोजगार के असंख्य अवसर पैदा करेगी। इसे सुनिश्चित करने के लिए आपको लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित कर अपना योगदान देना होगा। पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीट पर कमल खिलना चाहिए।’’

रैली में बड़ी संख्या में आने के लिए लोगों को धन्यवाद देते हुए मोदी ने कहा, “यह एक स्पष्ट संदेश है, ‘ई बार, एनडीए सरकार 400 पार’ ।”

मोदी ने संदेशखालि में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए ‘‘पीड़ित महिलाओं की न्याय की गुहार के प्रति राज्य सरकार की उदासीनता पर अफसोस’’ जताया।

उन्होंने कहा, ‘‘चुनावी लाभ के लिए ‘मां माटी मानुष’ का नारा देने के बावजूद, टीएमसी प्रशासन पश्चिम बंगाल में माताओं और बहनों का कल्याण सुनिश्चित करने में विफल रहा है।’’

उन्होंने राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसियों की आलोचना करते हुए कहा कि अपराधी प्रशासन के निर्णयों पर अनुचित प्रभाव डालते हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में हालात ऐसे हैं कि यह पुलिस नहीं, बल्कि अपराधी तय करते हैं कि उन्हें कब गिरफ्तार किया जाए।’’

उन्होंने संदेशखालि मामले के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख की गिरफ्तारी का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार नहीं चाहती थी कि संदेशखालि के अपराधी को गिरफ्तार किया जाए, ‘‘लेकिन जब पश्चिम बंगाल की महिला शक्ति दुर्गा बनकर खड़ी हो गई और भाजपा कार्यकर्ता उनके साथ खड़े हुए तो राज्य सरकार को झुकने पर मजबूर होना पड़ा।’’

इससे पहले बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और शुभेंदू अधिकारी ने रैली को संबोधित करते हुए कृष्णानगर की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा के मुद्दे को उठाया, जिन्हें ‘पैसे लेकर सवाल पूछने’ के मामले में लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि मोदी ने महुआ के मुद्दे पर कुछ नहीं बोला।

उन्होंने जनता को केंद्र सरकार की योजना का लाभ उठाने से रोकने के लिए ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की। मोदी ने कहा, “कुछ दिन पहले, कल्याणी में एम्स राष्ट्र को समर्पित किया गया था। हालांकि, टीएमसी कल्याणी में एम्स से खुश नहीं है, क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार ने पूर्व अनुमति और पर्यावरण मंजूरी की कमी पर सवाल उठाया है।”

मोदी ने “पर्यावरण मंजूरी में बाधा डालते हुए पार्टी के सहयोगियों और भू-माफियाओं द्वारा गुंडों को खुली छूट देने” के लिए टीएमसी सरकार की निंदा की।

मोदी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में, टीएमसी के गुंडों और भू-माफियाओं को अनियंत्रित व्यवहार के लिए खुली छूट है, उन्हें किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है। लेकिन हमें उन गुंडों से अनुमति की आवश्यकता है। सरकार पर्यावरण मंजूरी में रुकावट पैदा कर रही है।”

केंद्र सरकार की सहायता और पश्चिम बंगाल में इसके उपयोग के बीच असमानता पर प्रकाश डालते हुए मोदी ने कहा, “केंद्र सरकार वंचितों को 5 लाख रुपये की चिकित्सा सहायता प्रदान करती है, लेकिन टीएमसी सरकार बंगाल के निवासियों को केंद्र सरकार की इस पहल का लाभ उठाने से रोकती है।” मोदी ने कहा कि पिछले दो दिन में राज्य में 22,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का अनावरण किया गया है।

प्रधानमंत्री के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी नेता शांतनु सेन ने कहा, “आरोप निराधार हैं। वह भ्रष्टाचार के बारे में बोल रहे थे लेकिन क्या भाजपा ने सीबीआई की प्राथमिकी में नामजद शुभेंदू अधिकारी को पार्टी से निलंबित किया?”

राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री शशि पांजा ने मोदी पर चुनाव नजदीक आने पर ही राज्य का दौरा करने का आरोप लगाया और दावा किया कि उन्हें टीएमसी जैसे विपक्षी दलों के अलावा देश में कहीं भी भ्रष्टाचार नहीं दिख रहा है।

पांजा ने कहा, “बंगाल को प्रधानमंत्री तभी देखने को मिलते हैं जब चुनाव नजदीक आते हैं। वह 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान आये थे; आगामी आम चुनाव से पहले वह फिर आ रहे हैं. लेकिन इससे उद्देश्य पूरा नहीं होगा।’’

पांजा ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना ‘खोखली’ लगती है क्योंकि उन्होंने नेता प्रतिपक्ष शुभेंदू अधिकारी के साथ मंच साझा किया, जो नारद मामले में आरोपी हैं।

भाषा

जोहेब माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)