राष्ट्रीय संग्रहालय की कलाकृतियां सीधे नये संग्रहालय में भेजी जाएंगी : सूत्र |

राष्ट्रीय संग्रहालय की कलाकृतियां सीधे नये संग्रहालय में भेजी जाएंगी : सूत्र

राष्ट्रीय संग्रहालय की कलाकृतियां सीधे नये संग्रहालय में भेजी जाएंगी : सूत्र

:   Modified Date:  April 29, 2024 / 04:35 PM IST, Published Date : April 29, 2024/4:35 pm IST

नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) संस्कृति मंत्रालय ने अपनी पहले की योजना में बदलाव करते हुए, राष्ट्रीय संग्रहालय की कलाकृतियों को अस्थायी जगह पर रखने के बजाय अब उन्हें रायसीना हिल परिसर में बनने वाले नये संग्रहालय में ‘सीधे’ भेजने का निर्णय लिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

माना जा रहा है कि यह फैसला हाल में हुई एक बैठक में लिया गया क्योंकि कलाकृतियों के स्थानांतरण के दौरान उनकी सुरक्षा और अस्थायी जगह पर इन्हें रखने के दौरान उपयुक्त तापमान एवं आर्द्रता नियंत्रण की व्यवस्था नहीं होने की बात सामने आई थी।

दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में प्राचीन कलाकृतियों का समृद्ध संग्रह है और इन्हें रायसीना हिल परिसर के नार्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक में प्रस्तावित युगे युगीन भारत नेशनल म्यूजियम में स्थानांतरित किया जाएगा।

पिछले साल सितंबर में आधिकारिक सूत्रों ने बताया था, ‘‘सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत इस वर्ष (2023) के अंत तक राष्ट्रीय संग्रहालय को खाली करने की योजना है। साथ ही, एक ऐसा स्थान तलाशने का निर्देश दिया गया है जहां संग्रह को सुरक्षित और उपयुक्त तरीके से भेजा जा सके।’’

आधिकारिक सूत्रों ने हालांकि, सोमवार को बताया कि एक हालिया बैठक में, कलाकृतियों को ‘सीधे नये राष्ट्रीय संग्रहालय स्थल पर’ स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया।

उन्होंने बताया कि कलाकृतियों का आकलन करने के बाद, यह महसूस किया गया कि इन कलाकृतियों की बहुमूल्य प्रकृति को देखते हुए, उन्हें अस्थायी स्थान पर रखना जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि उपयुक्त तापमान और आर्द्रता नियंत्रण की व्यवस्था नहीं रहने पर उन्हें नुकसान हो सकता है।

सूत्रों ने पहले संकेत दिया था कि पुराने राष्ट्रीय संग्रहालय की कलाकृतियां स्थानांतरित होने के बाद आगंतुकों और विद्वानों के लिए उन्हें देख पाना मुश्किल हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि अब स्थानांतरण की समयसीमा तय होने और उसके स्थानांतरण तक संग्रहालय आगुंतकों के लिए सुलभ होगा।

मौजूदा राष्ट्रीय संग्रहालय की इमारत 35,000 वर्ग मीटर में अवस्थित है इसमें भारतीय और विदेशी, दोनों तरह की लगभग 2,00,000 वस्तुएं हैं, जो 5,000 से अधिक वर्षों की भारतीय सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करती हैं।

वर्तमान भवन की नींव 12 मई 1955 को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी।

राष्ट्रीय संग्रहालय भवन के पहले चरण का औपचारिक उद्घाटन 18 दिसंबर, 1960 को तत्कालीन उपराष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने किया था। दूसरा चरण 1989 में पूरा हुआ।

पुराने राष्ट्रीय संग्रहालय भवन के भविष्य को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। अब तक यह तय नहीं है कि कलाकृतियों को स्थानांतरित किए जाने के बाद 60 साल से अधिक पुराने और राष्ट्रीय राजधानी के सबसे प्रतिष्ठित आधुनिक इमारतों में शामिल इस संग्रहालय को बरकरार रखा जाएगा या ढहा दिया जाएगा।

अधिकारियों के मुताबिक, नया संग्रहालय 1.17 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में फैला होगा जिसमें एक बेसमेंट और तीन मंजिलों पर 950 कमरे होंगे।

भाषा धीरज सुभाष

सुभाष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)