ओडिशा के आदिवासी चेहरे जुएल ओराम को मंत्रिमंडल में मिली जगह |

ओडिशा के आदिवासी चेहरे जुएल ओराम को मंत्रिमंडल में मिली जगह

ओडिशा के आदिवासी चेहरे जुएल ओराम को मंत्रिमंडल में मिली जगह

:   Modified Date:  June 9, 2024 / 09:52 PM IST, Published Date : June 9, 2024/9:52 pm IST

भुवनेश्वर, नौ जून (भाषा)ओडिशा में आदिवासी नेतृत्व के प्रतीक माने जाने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता जुएल ओराम को रविवार को नरेन्द्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में केन्द्रीय मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।

ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले से संबंध रखने वाले 63 वर्षीय नेता को देश के पहले आदिवासी मामलों के मंत्री होने का गौरव प्राप्त है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में जनजातीय मामलों के मंत्रालय की स्थापना की गई थी और तब ओराम इस मंत्रालय के पहले मंत्री बने थे।

विधायक और सांसद के रूप में उनका लंबा राजनीतिक अनुभव है। उनकी चुनावी जीत में 1990 और 1995 में आदिवासी बहुल बोनाई विधानसभा क्षेत्र से लगातार जीत शामिल है।

आदिवासी नेता ओराम सुंदरगढ़ सीट से छह बार लोकसभा के लिए चुने गए। इसके अलावा, वे तीन बार भाजपा की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष भी रहे।

लोकसभा-2009चुनाव में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिस्वाल से हार के बावजूद ओराम ने 2014 में दृढ़ता का परिचय दिया। उस चुनाव में भाजपा को ओडिशा की 21 लोकसभा सीट में से 20 पर हार मिली थी।

ओराम सुंदरगढ़ से चुनाव जीत तक अठारहवीं लोकसभा पहुंचे हैं। उन्होंने बीजू जनता दल के उम्मीदवार और भारतीय हॉकी खिलाड़ी दिलीप तिर्की को हराया है। उन्हें नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री पद मिला।

लोकसभा चुनाव-2019 में सुंदरगढ़ से बीजद की सुनीता बिस्वाल को हराने वाले भाजपा नेता ओराम को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था।

इस बार चुनाव प्रचार के दौरान जब उनका मुकाबला फिर से तिर्की से हुआ तो ओराम ने कहा, ‘‘वे हॉकी में कप्तान थे, लेकिन मैं राजनीति में अनुभवी खिलाड़ी हूं।’’ ओराम ने तिर्की को 1,38,808 मतों के अंतर से हराया।

भाषा धीरज नरेश

नरेश

 

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