बेंगलुरू, 29 मई (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने आगामी विधान परिषद (एमएलसी) चुनावों के लिए पार्टी उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के मुद्दे पर अपने बयान का बुधवार को बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने जो कहा था उसमें कुछ भी गलत नहीं था।
वरिष्ठ पार्टी नेता परमेश्वर ने कहा था कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार को उम्मीदवारों के बारे में एकतरफा फैसला नहीं करना चाहिए।
परमेश्वर ने कहा कि उन्होंने उम्मीदवारों के चयन के लिए ‘स्क्रीनिंग’ समिति या वरिष्ठ पार्टी नेताओं की उच्चाधिकार प्राप्त समिति गठित करने का सुझाव दिया था।
उन्होंने कहा कि लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है क्योंकि चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है और मामला दिल्ली में पार्टी आलाकमान तक पहुंच गया है।
परमेश्वर ने कहा, ‘मेरे बयान को गलत तरीके से समझने की कोई जरूरत नहीं है। मैंने जो कहा वह यह है कि सभी से सलाह लेने की एक प्रक्रिया है। मैं ऐसा व्यक्ति हूं जिसने पार्टी अध्यक्ष (प्रदेश इकाई) के तौर पर काम किया है, मैंने सलाह-मशविरे के लिए कहा है। कोई भी यह नहीं कह सकता कि मैंने जो कहा, वह गलत है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि केवल उन्हीं लोगों को टिकट दें जिनके बारे में हम सुझाव देते हैं।’
कर्नाटक विधान परिषद की 11 सीट के लिए द्विवार्षिक चुनाव 13 जून को होंगे। विधानसभा के सदस्य इनका चुनाव करेंगे।
भाषा शुभम अविनाश
अविनाश
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