पंजाब: संगरूर में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या हुई आठ, एक और गिरफ्तार |

पंजाब: संगरूर में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या हुई आठ, एक और गिरफ्तार

पंजाब: संगरूर में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या हुई आठ, एक और गिरफ्तार

:   Modified Date:  March 21, 2024 / 08:27 PM IST, Published Date : March 21, 2024/8:27 pm IST

चंडीगढ़, 21 मार्च (भाषा) पंजाब के संगरूर में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से तीन और लोगों की मौत होने के साथ इस घटना में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है और शराब बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला इथेनॉल एवं कच्चा माल बरामद किया।

पुलिस ने बुधवार को बताया था कि जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई है और कुछ अन्य का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि पटियाला स्थित राजेंद्र अस्पताल में भर्ती लोगों में से तीन ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। उन्होंने बताया कि 12 अन्य का अब भी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

इस बीच, विशेष पुलिस महानिदेशक अर्पित शुक्ला ने बताया कि मामले में चौथे आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिसकी पहचान पटियाला निवासी हरमनप्रीत सिंह के तौर पर की हुई है।

मामले में तीन अन्य सुखविंदर सिंह, मनप्रीत सिंह और गुरलाल सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

शुक्ला ने बताया कि गुरलाल से पूछताछ के आधार पर हरमनप्रीत को गिरफ्तार किया गया।

इस बीच, पुलिस ने 200 लीटर इथेनॉल, शराब की 156 बोतल, लेबन वाली 130 अन्य बोतल जिनमें नकली शराब होने की आशंका हैं, बिना लेबल वाली नकली शराब की 80 बोतलें, 4,500 खाली बोतलें और एक बॉटलिंग मशीन आदि बरामद कीं।

पुलिस ने बताया कि चार लोगों की गिरफ्तारी के साथ उसने एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर इलाके में नकली शराब बेचने का धंधा शुरू किया था।

पुलिस ने एक बयान में कहा कि गिरोह मतदाताओं को लुभाकर चुनाव को प्रभावित कर सकता था।

संगरूर के सिविल सर्जन कृपाल सिंह ने पुष्टि की कि घटना में अब तक कुल आठ लोगों की मौत हो गई है।

भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और आबकारी शुल्क अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है। जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है।

समिति में दिरबा उप-विभागीय मजिस्ट्रेट, दिरबा पुलिस के दो अधिकारी (पुलिस उपाधीक्षक और एक प्रभारी निरीक्षक), एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी और एक उत्पाद शुल्क और कराधान अधिकारी शामिल हैं।

संगरूर के उपायुक्त जितेंद्र जोरवाल ने बुधवार को कहा था कि समिति को 72 घंटे में मामले पर रिपोर्ट देने को कहा गया है

गुर्जन गांव में यह पता लगाने के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है कि क्या किसी और की भी हालत खराब तो नहीं हुई है।आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पुलिस, राजस्व और ग्रामीण विकास अधिकारी घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रहे हैं।

इस बीच पूर्व विधायक परमिंदर सिंह ढींढसा ने बृहस्पतिवार को संगरूर के सिविल अस्पताल का दौरा किया और मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होंने दिरबा विधायक और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के इस्तीफे और घटना की न्यायिक जांच की मांग की।

इसके अलावा उन्होंने जहरीली शराब बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की।

भाषा धीरज रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)