वरिष्ठ भाजपा नेता धमेंद्र प्रधान ने संबलपुर से नामांकन पत्र दाखिल किया |

वरिष्ठ भाजपा नेता धमेंद्र प्रधान ने संबलपुर से नामांकन पत्र दाखिल किया

वरिष्ठ भाजपा नेता धमेंद्र प्रधान ने संबलपुर से नामांकन पत्र दाखिल किया

:   Modified Date:  May 2, 2024 / 08:26 PM IST, Published Date : May 2, 2024/8:26 pm IST

(तस्वीर के साथ)

(गुंजन शर्मा)

संबलपुर (ओडिशा), दो मई (भाषा) ओडिशा के संबलपुर से लोकसभा चुनाव के लिए बृहस्पतिवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी न सिर्फ आम चुनाव बल्कि राज्य विधानसभा चुनाव भी जीतेगी।

मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रधान 15 साल के अंतराल के बाद चुनाव लड़ रहे हैं। प्रधान सुबह देवी का आशीर्वाद लेने समलेश्वरी मंदिर गये और फिर वहां से रोडशो निकालकर उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। उनका यह रोडशो दो घंटे का था। उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

प्रधान ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ओडिशा में परिवर्तन की मांग है और भाजपा राज्य में न केवल लोकसभा बल्कि विधानसभा चुनाव भी जीतने के लिए संकल्पबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘400 पार’ का आह्वान किया है और मुझे विश्वास है कि भाजपा ओडिशा की सभी 21 लोकसभा सीट जीतेगी।’’

उन्होंने कहा, “राज्य में 24 साल से अधिक समय तक बीजद सरकार ने क्या किया… यहां पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। ये इस बार के चुनावी मुद्दे हैं और लोग इसी के अनुरूप मतदान करेंगे।”

रोड शो के दौरान अपने समर्थकों की ओर हाथ हिलाते हुए प्रधान ने सीट से अपनी जीत के बारे में विश्वास जताया।

संबलपुर में आम चुनाव के छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है।

भाजपा ने उन्हें संबलपुर से प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने यहां से नागेंद्र प्रधान और बीजद ने प्रणब प्रकाश दास को अपना उम्मीदवार बनाया है।

नागेंद्र प्रधान ने 2014 के चुनाव में बीजू जनता दल (बीजद) के टिकट पर निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी।

प्रधान 15 साल के अंतराल पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने पिछला चुनाव 2009 में भाजपा-बीजू जनता दल गठबंधन टूट जाने के बाद लड़ा था। वह उस साल विधानसभा चुनाव हार गये थे।

प्रधान 2000 में विधानसभा के लिए और 2004 में देवगढ़ सीट से लोकसभा के लिए चुने गये।

वह 2012 में बिहार से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे और फिर 2018 में वह मध्य प्रदेश से उच्च सदन पहुंचे।

तालचर के रहने वाले प्रधान का जन्म 26 जून 1969 को ओडिशा में हुआ था। उनके पिता देबेंद्र प्रधान 1999 से 2004 के बीच वाजपेयी सरकार में राज्य मंत्री थे।

प्रधान ने अपना राजनीतिक करियर 1983 में एबीवीपी कार्यकर्ता के रूप में शुरू किया और इसके सचिव चुने गए। उन्होंने बिहार में भाजपा के चुनाव प्रभारी और उत्तराखंड, कर्नाटक, ओडिशा और झारखंड में पार्टी मामलों के प्रभारी के रूप में भी काम किया है।

भाषा

प्रशांत अविनाश

अविनाश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)