सभी आंगनवाड़ी केंद्रों की ‘जियोमैपिंग’ करने की प्रक्रिया में है सरकार |

सभी आंगनवाड़ी केंद्रों की ‘जियोमैपिंग’ करने की प्रक्रिया में है सरकार

सभी आंगनवाड़ी केंद्रों की ‘जियोमैपिंग’ करने की प्रक्रिया में है सरकार

:   Modified Date:  March 28, 2023 / 08:09 PM IST, Published Date : March 28, 2023/8:09 pm IST

नयी दिल्ली, 28 मार्च (भाषा) महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (डब्ल्यूसीडी) ने मंगलवार को कहा कि सरकार सभी आंगनवाड़ी केंद्रों की ‘जियोमैपिंग’ के लिए गुजरात की एक एजेंसी के साथ सहयोग कर रही है।

डब्ल्यूसीडी मंत्रालय द्वारा यह जानकारी शिक्षा, महिला, बाल, युवा और खेल पर संसद की स्थायी समिति को दी गई। संसदीय समिति की रिपोर्ट मंगलवार को राज्यसभा में पेश की गई।

इसमें कहा गया, ‘‘मंत्रालय एडब्ल्यूसी की ‘जियोमैपिंग’ के लिए ‘भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लीकेशंस एंड जियो-इन्फॉर्मेटिक्स’ (बीआईएसएजी-एन) के साथ भी सहयोग कर रहा है।’’

देश में करीब 14 लाख आंगनवाड़ी केंद्र हैं।

डब्ल्यूसीडी मंत्रालय ने कहा कि पोशन ट्रैकर पर पंजीकृत 90.49 प्रतिशत लाभार्थियों का सफलतापूर्वक आधार से सत्यापन किया गया है। डब्ल्यूसीडी मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रजनन और बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) पोर्टल के साथ पोषण ट्रैकर का एकीकरण प्रगति पर है।

इसके अलावा, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने पोषण अभियान के तहत एक कॉल सेंटर भी स्थापित किया है। पोषण अभियान हेल्पलाइन के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को एक टोल-फ्री नंबर आवंटित किया गया है।

समिति ने उल्लेख किया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 27 फरवरी तक 17,251.95 करोड़ रुपये का उपयोग किया है, जो कुल आवंटित राशि यानी 23,912.69 करोड़ रुपये का लगभग 72.09 प्रतिशत है।

समिति ने यह भी सुझाव दिया कि राज्यों/निकायों द्वारा धन के कम उपयोग के लिए जिम्मेदार कारकों की पहचान की जाए और समयबद्ध तरीके से उपचारात्मक कार्रवाई की जाए।

भाषा अमित दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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