ओडिशा के कोरापुट में केंचुए की दो नयी प्रजातियों का पता लगाया गया |

ओडिशा के कोरापुट में केंचुए की दो नयी प्रजातियों का पता लगाया गया

ओडिशा के कोरापुट में केंचुए की दो नयी प्रजातियों का पता लगाया गया

:   Modified Date:  March 21, 2024 / 04:21 PM IST, Published Date : March 21, 2024/4:21 pm IST

कोरापुट (ओडिशा), 21 मार्च (भाषा) ओडिशा केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूओ) के शोधार्थियों ने केरल के महात्मा गांधी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के सहयोग से इस पूर्वी राज्य में केंचुए की दो नयी प्रजातियों की खोज की है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण स्कूल के डीन शरत कुमार पालिता ने कहा कि कोरापुट जिले के विभिन्न हिस्सों में किए गए केंचुआ विविधता अध्ययन के दौरान विश्वविद्यालय की छात्रा आयुस्मिता नाइक ने रानी डुडुमा और जेपोर घाट क्षेत्रों से केंचुओं के कुछ नमूने एकत्र किए।

उन्होंने कहा कि भारतीय प्राणी सर्वेक्षण के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक आर पालीवाल और महात्मा गांधी विश्वविद्यालय के उन्नत पर्यावरण अध्ययन तथा सतत विकास केंद्र के केंचुआ विशेषज्ञ प्रशांत नारायणन और एपी थॉमस के सहयोग से शोधार्थियों ने प्रयोगशाला में केंचुओं के नमूनों की जांच की।

पालिता ने कहा कि शोध के दौरान केंचुओं की दो नयी प्रजातियों का पता चला। उनकी पहचान ‘मेगास्कोलेक्सजेयपोरघाटिएन्सिस’ और ‘मेगास्कोलेक्सक्वाड्रिपैपिलैटस’ के रूप में हुई है।

उन्होंने कहा कि केंचुओं की दो नयी प्रजातियों की खोज पर हाल में प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ‘जूटाक्सा’ में एक रिपोर्ट भी प्रकाशित हुई थी।

पालिता ने कहा कि दुनिया में मेगास्कोलेक्स प्रजातियों की कुल संख्या अब 70 हो गई है, जिनमें से 34 भारत में पाई जाती हैं।

उन्होंने कहा कि मेगास्कोलेक्स प्रजातियां ज्यादातर प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में पश्चिमी घाट की पर्वत श्रृंखलाओं के दक्षिणी हिस्से में पाई जाती हैं।

भाषा

प्रीति सुभाष

सुभाष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)