CG में बयान.. MP में बवाल! सीएम भूपेश के बयान पर एक बार फिर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ आमने सामने

CG में बयान.. MP में बवाल! Madhya Pradesh and Chhattisgarh face to face once again on CM Bhupesh's statement

CG में बयान.. MP में बवाल! सीएम भूपेश के बयान पर एक बार फिर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ आमने सामने
Modified Date: November 29, 2022 / 08:00 pm IST
Published Date: July 28, 2022 10:32 pm IST

(रिपोर्टः सुधीर दंडोतिया) भोपालः मध्यप्रदेश में एक बार फिर नक्सली अपना जाल फैला रहे हैं। नक्सली संगठन विस्तार दलम ने यहां अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। वो डिंडोरी- मंडला होते हुए बालाघाट तक अपना कॉरिडोर बना चुका है। खुफिया इनपुट मिल रहा है कि वो अपने संगठन में युवाओं की भर्ती पर फोकस कर स्लीपर सेल भी बना चुका है। चिंता की बात ये है कि कान्हा नेशनल पार्क एरिया में दलम का मूवमेंट तेज हो गया है।

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सीएम भूपेश बघेल के नक्सली अब मध्यप्रदेश भाग रहे हैं वाले बयान के बाद मध्य प्रदेश में सियासत गरमा गई है। एमपी सरकार की तरफ से अक्रामक रुख अपनाते हुए विश्वास सारंग ने कहा कि अपनी गलती छिपाने के लिए दूसरों पर इल्जाम लगाना कांग्रेस की पुरानी आदत है वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने सीएम बघेल के बयान का समर्थन किया।

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भूपेश बघेल के बयान का मध्य प्रदेश कांग्रेस समर्थन कर रही है। असल में बघेल के बयान के बाद एमपी कांग्रेस को नक्सल के मुद्दे पर लॉ एंड आर्डर पर सवाल खड़ा करने का मौका मिल गया। कांग्रेस का आरोप है मध्य प्रदेश में नक्सल गतविधियां बढ़ती जा रही है और कानून व्यवस्था पूरी तरके से फ़ैल है।

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राजनीतिक बयानबाजी से इतर अगर बात करें तो सरकार के पास भी इनपुट है कि नक्सली संगठन विस्तार दलम ने यहां अपनी सक्रियता बढ़ाई है। वो डिंडोरी- मंडला होते हुए बालाघाट तक अपना कॉरिडोर बना चुका है। खुफिया इनपुट की माने तो वो अपने संगठन में युवाओं की भर्ती पर फोकस कर स्लीपर सेल भी बना चुका है तो ऐसे में सवाल ये है कि इससे निपटने के बजाए राजनीतिक सरगर्मी क्यों?

 


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।