भोपाल, 26 जनवरी (भाषा) मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस की विषम परिस्थितियों में दुनिया की अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने के दौर में भी प्रदेश अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में सफल रहा है।
पटेल ने 74वें गणतंत्र दिवस पर यहां लाल परेड ग्राउंड में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘यह प्रसन्नता का विषय है कि कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में दुनिया की अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने के दौर में भी मध्य प्रदेश अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में सफल रहा है।’’
उन्होंने कहा कि एक समय हमारे प्रदेश की विकास दर ऋणात्मक थी, जो वर्ष 2021-22 में प्रचलित भावों पर देश में सबसे अधिक 19.74 प्रतिशत हो गई है।
पटेल ने कहा कि इस वर्ष राज्य में 48,800 करोड़ रूपये के पूंजीगत व्यय के लक्ष्य की पूर्ति के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि परिणाममूलक विकास कार्यक्रमों और योजनाओं के विश्लेषण में सांख्यिकी का महत्वपूर्ण योगदान है और इस दृष्टि से प्रदेश में राज्य सांख्यिकी आयोग का गठन किया गया है। ऐसा आयोग गठित करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है।
पटेल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को शांति और सद्भाव वाला प्रदेश बनाये रखने के लिए संकल्पित होकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने न सिर्फ डकैती की समस्या को जड़ से मिटाने में सफलता पायी है, बल्कि प्रदेश में भू-माफिया, चिटफंड माफिया, शराब माफिया, रेत माफिया, राशन माफिया और मिलावट माफिया आदि के विरुद्ध निरंतर प्रभावी कार्रवाई की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हजारों एकड़ भूमि भू-माफियाओं से मुक्त कराई गई है और माफिया से मुक्त कराई गई भूमि पर गरीब आवासहीन लोगों के लिए ‘सुराज कॉलोनियों’ का निर्माण का निर्णय सरकार ने लिया है।
पटेल ने कहा कि प्रदेश सरकार नक्सलवाद पर प्रभावी नियंत्रण में सफल रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने वालों के लिए मृत्युदंड का प्रावधान किया गया है। धरना-प्रदर्शन, जुलूस या सांप्रदायिक हिंसा के दौरान पत्थरबाजी से सरकारी या निजी संपत्ति को नुकसान की वसूली के लिए पहली बार कानून बनाया गया है। जोर-जबरदस्ती, बहला-फुसलाकर विवाह और धर्म परिवर्तन रोकने के लिए प्रदेश में धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम लागू किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि दो दशक पहले तक लालटेन युग में जी रहा मध्य प्रदेश आज बिजली की दृष्टि से ’सरप्लस स्टेट’ बन गया है। किसानों को रोज 10 घंटे और अन्य उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली प्रदाय की जा रही है।
पटेल ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा को मिलाकर आज प्रदेश की ऊर्जा क्षमता 28,000 मेगावाट से अधिक हो गई है।
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