भोपाल, 13 सितंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने सोमवार को कहा कि राज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए कला संकाय में दर्शनशास्त्र के तहत एक वैकल्पिक विषय के रूप में महाकाव्य ‘रामचरितमानस’ की पेशकश की जाएगी।
यादव ने कहा कि पाठ्यक्रम समिति की सिफारिश पर श्री रामचरितमानस को शैक्षणिक सत्र 2021-22 से स्नातक (बीए) के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए दर्शन विषय के तहत वैकल्पिक (वैकल्पिक) पाठ्यक्रम के रूप में पेश किया गया है।
यादव ने कहा, ‘‘रामचरितमानस में विज्ञान, संस्कृति, साहित्य और ‘श्रृंगार’ (भारतीय शास्त्रीय कला के रूप में प्रेम और सौंदर्य की अवधारणा) का वर्णन है। यह किसी धर्म विशेष के बारे में नहीं है। हमने उर्दू गजल को भी एक विषय के रूप में प्रस्तुत किया है।’’
भाषा सुरभि रंजन
रंजन
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में मप्र की छह सीटों…
3 hours agoबिहार की पांच लोकसभा सीटों पर सुबह 11 बजे तक…
3 hours agoलोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में मप्र की छह सीटों…
4 hours ago