भोपालः The dying Kadaknath scheme एमपी के ब्रांड बनी कड़कनाथ योजना बजट की कमी के चलते दम तोड़ रही है। मामले का खुलासा भी प्रदेश में हुईं ग्राम सरकार की पहली जिला पंचायत और जनपद पंचायत की बैठकों में हुआ..जब रिपोर्ट तैयार की गई तो पाया कि राजधानी भोपाल समेत अन्य जिलों में कड़कनाथ योजना के लिए बजट का आवंटन ही नहीं किया गया है। जबकि अनुदान पर कडकनाथ चूजे का प्रदाय योजना प्रदेश के सभी जिलों में संचालित है। योजना का उद्देश्य एमपी के ब्रांड बने कड़कनाथ के जरिए हितग्राहियों की आर्थिक स्थिति में सुधार और कड़कनाथ नस्ल का संरक्षण और संवर्धन करना है।
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The dying Kadaknath scheme योजना की दुर्गति के मामले पर पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने दावा किया कि बीते दिनों हुई बैठक में कड़कनाथ योजना पर भी चर्चा हुई थी..इसकी जानकारी भी अधिकारियों से ली जाएगी। यह जांच भी कराई जाएगी कि आखिर योजना का फंड आखिर क्यों आवंटित नहीं किया गया। उधर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि सरकार सिर्फ योजनाओं के नाम पर धांधली करने में ही कड़क है।
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