लोगों की पहचान उनके हुलिये तक सीमित करना ‘शर्मनाक, प्रतिगामी और नस्लवादी’: चंद्रबाबू नायडू |

लोगों की पहचान उनके हुलिये तक सीमित करना ‘शर्मनाक, प्रतिगामी और नस्लवादी’: चंद्रबाबू नायडू

लोगों की पहचान उनके हुलिये तक सीमित करना ‘शर्मनाक, प्रतिगामी और नस्लवादी’: चंद्रबाबू नायडू

:   Modified Date:  May 9, 2024 / 04:40 PM IST, Published Date : May 9, 2024/4:40 pm IST

अमरावती, नौ मई (भाषा) तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के हालिया बयान का जिक्र किया और कहा कि लोगों की पहचान उनके हुलिये तक सीमित करना ‘शर्मनाक, प्रतिगामी और नस्लवादी’ है।

लोगों की पहचान को उनके हुलिये तक सीमित करने को शर्मनाक, प्रतिगामी और नस्लवादी करार देते हुए उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ सभ्य समाज में ऐसी विभाजनकारी और नस्लवादी टिप्पणियों के लिए कोई जगह नहीं है।’’

पूर्व मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि राजनीतिक प्रभाव रखने वाले लोगों को भारत की विविधता में एकता की भावना को कायम रखना चाहिए।

पित्रोदा ने हाल में कहा था कि ‘‘भारत में पूर्व के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं’’।

भाषा वैभव नरेश

नरेश

 

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