महाराष्ट्र: राणा दंपत्ति ने मुख्यमंत्री ‍आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का फैसला वापस लिया |

महाराष्ट्र: राणा दंपत्ति ने मुख्यमंत्री ‍आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का फैसला वापस लिया

महाराष्ट्र: राणा दंपत्ति ने मुख्यमंत्री ‍आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का फैसला वापस लिया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:47 PM IST, Published Date : April 23, 2022/6:10 pm IST

मुंबई, 23 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र के निर्दलीय विधायक रवि राणा तथा उनकी पत्नी व सांसद नवनीत राणा ने यहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की योजना पर अमल नहीं करने का शनिवार को निर्णय किया। उन्होंने कहा वे एक कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंबई दौरे के मद्देनजर कानून-व्यवस्था को बाधित नहीं करना चाहते।

राणा दंपत्ति ने यहां उपनगरीय खार में स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए अपने इस निर्णय की घोषणा की। दंपत्ति के घर के बाहर सुबह से बड़ी संख्या में शिवेसना के कार्यकर्ता डेरा जमाए हुए हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा है कि यदि दोनों अपनी योजना पर आगे बढ़ते हैं, तो उन्हें कड़ा सबक सिखाया जाएगा।

राणा दंपत्ति ने शुक्रवार को कहा था कि कि वे शनिवार सुबह नौ बजे उपनगरीय बांद्रा में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की अपनी योजना पर कायम हैं। हालांकि सुबह शिवसेना कार्यकर्ताओं ने अवरोधक तोड़कर उनके खार स्थित आवास के परिसर में घुसने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। पुलिस ने बाद में दंपति को अपने घर से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा क्योंकि बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ताओं की मौजूदगी के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो सकती थी।

अमरावती जिले के बदनेरा से निर्दलीय विधायक रवि राणा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ”नेता प्रतिपक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुझसे बात की और मुझे बताया कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। इसलिए कार्यक्रम से एक दिन पहले किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हमने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के अपने फैसले को वापस लेने का निर्णय किया है।”

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी रविवार को पुरस्कार ग्रहण करने मुंबई आने वाले हैं, लिहाजा वे ऐसी कोई स्थिति पैदा नहीं करना चाहते, जिससे उस कार्यक्रम पर प्रभाव पड़े।

भाषा जोहेब माधव

माधव

 

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