मुंबई पुलिस ने मेरे नाम पर फर्जी प्राथमिकी दर्ज की : किरीट सोमैया |

मुंबई पुलिस ने मेरे नाम पर फर्जी प्राथमिकी दर्ज की : किरीट सोमैया

मुंबई पुलिस ने मेरे नाम पर फर्जी प्राथमिकी दर्ज की : किरीट सोमैया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:49 PM IST, Published Date : April 26, 2022/1:19 pm IST

मुंबई, 26 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने मंगलवार को दावा किया कि मुंबई के खार थाने में उनके नाम से एक फर्जी प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिस पर उन्होंने हस्ताक्षर भी नहीं किए हैं।

खार थाने के बाहर सोमैया ने पत्रकारों के सामने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उन पर हमला करने के लिए कुछ ‘‘गुंडों’’ को भेजा था। भाजपा नेता ने थाने में दाखिल होने से पहले कहा, ‘‘ उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मुंबई पुलिस ने मेरे नाम पर एक फर्जी प्राथमिकी दर्ज की है, उस पर मैंने हस्ताक्षर नहीं किए हैं। क्या मुंबई पुलिस के आयुक्त संजय पांडे को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है? मैं यहां पुलिस द्वारा दर्ज की गई फर्जी प्राथमिकी के खिलाफ असली प्राथमिकी दर्ज कराने आया हूं।’’

एक अधिकारी ने पहले बताया था कि मुंबई पुलिस ने शनिवार देर रात सोमैया के चालक के खिलाफ कथित तौर पर लापरवाही से गाड़ी चलाने के मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की थी। इस घटना में शिवसेना के एक पार्षद और पार्टी के एक कार्यकर्ता को मामूली चोटें आईं थी।

मुंबई पुलिस ने सोमैया की कार पर हमले के सिलसिले में शहर के पूर्व महापौर विश्वनाथ महादेश्वर सहित शिवसेना के चार सदस्यों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था।

गौरतलब है कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति एवं विधायक रवि राणा से मिलकर लौट रहे सोमैया की कार पर पिछले हफ्ते कथित तौर पर हमला किया गया था।

राणा दम्पत्ति ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी, जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने दम्पति के आवास के आगे विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद दम्पति ने अपनी योजना रद्द कर दी थी, लेकिन गत शनिवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।

महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि सोमैया को पता होना चाहिए कि गिरफ्तार व्यक्ति केवल अपने कानूनी सलाहकार या रिश्तेदारों से ही मिल सकते हैं और भाजपा नेता का राणा दम्पत्ति से मिलने के लिए थाने जाने का कोई मतलब नहीं बनता।

भाषा निहारिका नरेश

नरेश

 

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