लोगों को गुमराह करने वाले के खिलाफ आरएसएस ने निर्वाचन आयोग, पुलिस को पत्र लिखा |

लोगों को गुमराह करने वाले के खिलाफ आरएसएस ने निर्वाचन आयोग, पुलिस को पत्र लिखा

लोगों को गुमराह करने वाले के खिलाफ आरएसएस ने निर्वाचन आयोग, पुलिस को पत्र लिखा

:   Modified Date:  March 30, 2024 / 10:13 PM IST, Published Date : March 30, 2024/10:13 pm IST

नागपुर, 30 मार्च (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने निर्वाचन आयोग और पुलिस को पत्र लिखकर उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिस पर संगठन की छवि खराब करने का आरोप लगाया गया है।

आरएसएस के नगर कार्यवाह (नागपुर) ने शुक्रवार को लिखे एक पत्र में कहा कि स्थानीय निवासी जनार्दन मून ने यहां संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया था, जिसमें उन्होंने ‘‘बिल्कुल गलत’’ दावा किया कि आरएसएस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन कर रहा है।

पत्र में कहा गया है, ‘‘मून ने पहले ‘आरएसएस’ नाम से एक ‘‘संस्था’’ पंजीकृत करने की कोशिश की थी, लेकिन सोसाइटी के सहायक रजिस्ट्रार ने इसे खारिज कर दिया था और इसे चुनौती देने वाली उनकी याचिकाएं बम्बई उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी थीं।’’

इसमें मून के खिलाफ वैमनस्य पैदा करने के लिए अफवाहें फैलाने और अन्य अपराधों के लिए कार्रवाई की मांग की गई और साथ ही यूट्यूब को उस संवाददाता सम्मेलन के वीडियो को हटाने का निर्देश देने की मांग की गई है, जिसमें वह इस तरह के दावे कर रहा है।

नागपुर पुलिस आयुक्त और निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में कहा गया है, ‘‘जनार्दन मून के पास आरएसएस के रूप में कोई पंजीकृत संस्था नहीं है, लेकिन केवल गुमराह करने के उद्देश्य से वह विभिन्न स्थानों पर संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं। शिकायत इसलिए दर्ज की जा रही है, ताकि मून को लोगों को गुमराह करने से रोका जा सके।’’

पत्र में कहा गया है कि पुलिस को मून के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 416, 419 और 505 के साथ-साथ जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों के तहत कार्रवाई करनी चाहिए।

इस संबंध में प्रतिक्रिया लेने के लिए बार-बार प्रयास के बावजूद मून से संपर्क नहीं हो सका।

भाषा देवेंद्र दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)