रेलवे प्लेटफॉर्म की लिफ्ट में घंटों फंसे रहे 18 यात्री, रेल प्रशासन को जगाने परिजनों को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत | Gwalior news 18 passengers stranded in railway platform lift

रेलवे प्लेटफॉर्म की लिफ्ट में घंटों फंसे रहे 18 यात्री, रेल प्रशासन को जगाने परिजनों को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत

रेलवे प्लेटफॉर्म की लिफ्ट में घंटों फंसे रहे 18 यात्री, रेल प्रशासन को जगाने परिजनों को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:51 PM IST, Published Date : July 3, 2019/7:34 am IST

जबलपुर । जनता की सुविधाओं के लिए सरकार द्वारा तमाम संसाधन मुहैया कराए जाते है, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े, लेकिन कभी कभी खुद लोगों की लापरवाही की वजह से ये संसाधन उनके लिए ही मुसीबत का सबब बन जाते हैं। ऐसा ही एक मामला बीती रात सामने आया जबलपुर में, जहां मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 5 की लिफ्ट देर रात ऊपर जाते समय अचानक फंस गई। जिस वक्त लिफ्ट बीच रास्ते में फंसी, उस वक्त लिफ्ट में एक दो नहीं बल्कि 18 यात्री सवार थे, जो लगभग 1 घंटे तक लिफ्ट में फंसे रहे।

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इस बीच घबराहट में एक बुजुर्ग महिला चक्कर आने के बाद लिफ्ट में ही गिर गई। हैरानी की बात तो ये है कि इस घटना की खबर रेल प्रशासन को तब लगी। जब लिफ्ट में फंसे एक यात्री ने अपने परिजनों को फोन कर सूचना दी। जिसके बाद लिफ्ट में बंद यात्री के परिजन स्टेशन पहुंचे और मामले की जानकारी रेलवे के अधिकारियों को दी। जिसके बाद आनन फानन में लिफ्ट सुधारने के लिए निजी कंपनी के मैकेनिक को बुलाया गया और फिर मैकेनिक ने आकर लिफ्ट में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला।

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दरअसल लिफ्ट की क्षमता 15 यात्रियों की है लेकिन इसकी जानकारी देने वाला लिफ्टमैन वह नहीं था, जिसके चलते लिफ्ट में 18 यात्री एक साथ सवार हो कर नीचे से ऊपर जा रहे थे। लिफ्ट ओवरलोड होने के चलते फंस गई हालांकि लोगों ने लिफ्ट को खोलने की काफी कोशिश की पर जब लिफ्ट नहीं खुली। जिस पर लिफ्ट में फंसे लोगों ने अपने परिजनों से बाहर निकालने मदद मांगी।

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परिजनों की सूचना पर आरपीएफ मौके पर पहुंची और लिफ्ट लगाने वाली कंपनी से संपर्क किया। करीब आधे घंटे बाद मैकेनिक स्टेशन पहुंचा और लिफ्ट को सुधारने का काम किया। तब जाकर लिफ्ट से यात्री बाहर निकल सकें। खास बात यह है कि लिफ्ट में न कोई नंबर लिखा था और ना ही कोई फोन था जिससे कि यात्री आपात स्थिति में मदद ले सकें।