डीजल के बाद अब सीएनजी की आपूर्ति भी चलते फिरते वाहनों के जरिये | After diesel, CNG supply is now also through moving vehicles

डीजल के बाद अब सीएनजी की आपूर्ति भी चलते फिरते वाहनों के जरिये

डीजल के बाद अब सीएनजी की आपूर्ति भी चलते फिरते वाहनों के जरिये

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:21 PM IST, Published Date : June 8, 2021/3:14 pm IST

नयी दिल्ली, आठ जून (भाषा) चलते- फिरते वाहनों के जरिये डीजल की आपूर्ति शुरू करने के बाद अब देश में सीएनजी भी ऐसे ही चलते- फिरते वाहनों के जरिये उपलब्ध होगी।

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मंगलवार को ऐसी ही एक सीएनजी की चलती-फिरती ईंधन आपूर्ति सुव़िधा देने वाले यूनिट का उद्घाटन किया।

इस प्रकार की पहली इकाई को इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने दक्षिण दिल्ली में शुरू किया है। कंपनी के बयान में यह जानकारी दी गई है।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी के साथ साथ दिल्ली के आसपास के इलाकों में इंद्रप्रस्थ गैस ही सीएनजी की खुदरा बिक्री करती है।

इसी प्रकार की सीएनजी की चलती- फिरती ईंधन आपूर्ति सुविधा देने वाली यूनिट महानगर गैस लिमिटेड ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में तैनात की है।

इस तरह की सुविधा देने वाले वाहन में 1,500 किलो तक सीएनजी रखी जा सकती है और प्रतिदिन 150 से लेकर 200 वाहनों को सीएनजी उपलब्ध कराई जा सकती है।

इस तरह के चलते फिरते सीएनजी स्टेशन उन इलाकों के लिये उपयोगी साबित होंगे जहां सीएनजी स्टेशन नहीं हैं।

प्रधान ने इस प्रकार के सीएनजी स्टेशन का उद्घाटन करने के साथ ही देशभर में 201 सीएनजी स्टेशनों को भी राष्ट्र को समर्पित किया। साथ ही उत्तर प्रदेश के झांसी में पाइप के जरिये प्राकृतिक गैस की आपूर्ति सुविधा की भी शुरुआत की।

जिन 201 सीएनजी स्टेशनों की शुरुआत हुई है उनमें से 54 इंद्रप्रस्थ गैस ने लगाये हैं। इनमें 21 दिल्ली में, 16 हरियाणा में, 15 उत्तर प्रदेश में और दो राजस्थान में लगाये गये हैं।

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की इस संबंध में जारी विज्ञप्ति के मुताबिक प्रधान ने इस अवसर पर कहा कि अब तक सीएनजी स्टेशन और पाइप के जरिये प्राकृतिक गैस की आपूर्ति केवल महानगरों में ही उपलब्ध होती थी लेकिन अब ये छोटे शहरों और कस्बों तक भी पहुंचने लगी है।

उन्होंने कहा कि स्वच्छ ईंधन को देश के हर शहर और कस्बे तक पहुंचाना सरकार की उस योजना का हिस्सा है जिसमें 2030 तक देश की ऊर्जा खपत में प्राकृतिक गैस का हिस्सा मौजूदा 6.2 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत तक पहुंचाना है।

प्रधान ने कहा कि उनका मंत्रालय हाइड्रोजन, बायोगैस, एथनॉल मिश्रित पेट्रोल और एलएनजी जैसे स्वच्छ और हरित ईंधन को अपनाने और उसको इस्तेमाल में लाने पर जोर दे रहा है। इंडियन आयल जल्द ही अपनी गुजरात की बड़ोदरा स्थित रिफाइनरी में हाइड्रोजन स्टेशन शुरू करने जा रही है।

भाषा

महाबीर मनोहर

मनोहर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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