स्कूल जाने वाली हर छात्रा को रोजाना मिलेंगे 100 रुपए, इस राज्य में जल्द शुरू होगी यह योजना | Assam govt to launch Rs 100 per day scheme for schoolgirls

स्कूल जाने वाली हर छात्रा को रोजाना मिलेंगे 100 रुपए, इस राज्य में जल्द शुरू होगी यह योजना

स्कूल जाने वाली हर छात्रा को रोजाना मिलेंगे 100 रुपए, इस राज्य में जल्द शुरू होगी यह योजना

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:34 PM IST, Published Date : January 4, 2021/3:52 pm IST

गुवाहाटी: असम के शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की अपनी तरह की पहली पहल के तहत स्कूल जाने वाली प्रत्येक बालिका को कक्षाओं में शामिल होने के लिए प्रतिदिन 100 रुपये मिलेंगे। सरमा ने रविवार को शिवसागर में कहा कि वर्तमान में राज्य सरकार राज्य बोर्ड से कक्षा 12वीं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं को प्रज्ञान भारती योजना के तहत 22,000 दोपहिया वाहन वितरित कर रही है। राज्य सरकार इस उद्देश्य के लिए 144.30 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

Read More: MP Ki Baat: शिव का ‘रुद्रावतार’! आखिर मुख्यमंत्री को क्यों लेना पड़ा ये रुद्रावतार?

मंत्री ने कहा कि वर्तमान महीने के अंत तक 100 रुपये प्रतिदिन की योजना शुरू की जाएगी। हालांकि उन्होंने इसके क्रियान्वन पर सरकार पर पड़ने वाले वित्तीय प्रभावों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन सभी छात्राओं को स्कूटर मुहैया कराएगी, जो राज्य बोर्ड से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुई हैं, भले ही यह संख्या एक लाख के पार हो जाए।

Read More: सीएम भूपेश बघेल का बड़ा बयान, कहा- लेमरू अभ्यारण्य क्षेत्र के लोगों का नहीं होगा विस्थापन, आदिवासियों को मिलेंगी सभी सुविधाएं

उन्होंने कहा कि 2018 और 2019 में प्रथम श्रेणी में कक्षा 12 की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली सभी छात्राओं को भी स्कूटर प्रदान किए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि स्नातक और स्नातकोत्तर छात्राओं के बैंक खातों में जनवरी के अंत तक 1,500 रुपये और 2,000 रुपये की राशि जमा की जाएगी जिससे उन्हें किताब और अन्य अध्ययन सामग्री खरीदने में मदद मिल सके। मंत्री ने आगे कहा कि दोनों वित्तीय प्रोत्साहत योजना पहले पिछले साल ही शुरू की जानी थी लेकिन कोविड-19 के प्रसार के कारण इसमें देरी हुई।

Read More: CG Ki Baat: 9 हजार करोड़ वाली सियासत! डी पुरंदेश्वरी ने मांगा 9 करोड़ का हिसाब, तो सत्ता पक्ष ने पूछा- दिए कब हैं?

 

 
Flowers