केंद्र के आर्थिक कुप्रबंधन के कारण देश में करोड़ों लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए: श्रीनेत | Centre's economic mismanagement causes millions of people to fall below poverty line in the country: Sreenet

केंद्र के आर्थिक कुप्रबंधन के कारण देश में करोड़ों लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए: श्रीनेत

केंद्र के आर्थिक कुप्रबंधन के कारण देश में करोड़ों लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए: श्रीनेत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:40 PM IST, Published Date : July 14, 2021/11:00 am IST

बेंगलुरु, 14 जुलाई (भाषा) कांग्रेस ने केंद्र पर खराब आर्थिक प्रबंधन का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि वह कीमतों में बढ़ोतरी को काबू करने में विफल रहा है और इसके परिणामस्वरूप देश में गरीबी बढ़ रही है।

ईंधन की कीमतों में बड़ी कटौती, आयात शुल्क की समीक्षा करने और जीएसटी को विवेकपूर्ण बनाने की मांग करते हुए कांग्रेस ने कहा कि वह महंगाई का मुद्दा संसद में उठाएगी।

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 और आर्थिक कुप्रबंधन के कारण करोड़ों लोगों के रोजगार छिन गए, कमाई घट गई और लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए ।

उन्होंने कहा, ‘‘लोगों के हाथों में पैसा देने के बजाए यह असंवेदनशील सरकार तो उन्हें मूलभूत चीजों के लिए अधिक पैसा देने को मजबूर कर रही है।’’ श्रीनेत ने दावा किया कि 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए हैं और लोगों को अपनी भविष्य निधि से करीब 1.25 लाख करोड़ रूपये निकालने को मजबूर होना पड़ा है।

श्रीनेता ने कहा कि केवल पेट्रोल, डीजल और एलपीजी ही नहीं बल्कि तेल, दाल, चाय, कॉफी, शैंपू और साबुन जैसी मूलभूत जरूरत की चीजों के दाम भी एकाएक बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आम आदमी पर भार बढ़ा रही उच्च महंगाई दर का मुद्दा संसद के आगामी सत्र में उठाएगी।

भाषा

मानसी नरेश

नरेश

 

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