अहमदाबाद, 24 फरवरी (भाषा) अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन की बलखाती गेंदों के दम पर भारत ने दूधिया रोशनी में खेल जा रहे तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन बुधवार को यहां इंग्लैंड को पहली पारी में 112 रन पर समेट दिया।
अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे पटेल ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 38 रन देकर छह विकेट लिये जबकि अश्विन ने 26 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। एक विकेट इशांत शर्मा को मिला जो अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं। इंग्लैंड के केवल चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे।
भारत को दूसरे सत्र में पांच ओवर खेलने को मिले जिसमें उसके बल्लेबाजों ने पूरी सतर्कता बरतते हुए बिना किसी नुकसान के पांच रन बनाये। रात्रि भोज (डिनर) के समय रोहित शर्मा पांच रन पर खेल रहे थे जबकि शुभमन गिल को अभी खाता खोलना है।
मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पहले दिन से ही काफी टर्न ले रही थी और इस पर अश्विन और पटेल की फिरकी का इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। कलाई की चोट के कारण पहले दो मैचों में नहीं खेल पाने वाले सलामी बल्लेबाज जॉक क्रॉउली (84 गेंदों पर 53) ने प्रवाह मय बल्लेबाजी की और दस चौके लगाये लेकिन स्पिनरों के सामने वह भी बगले झांकने लगे।
इंग्लैंड को कप्तान जो रूट पर भरोसा था लेकिन वह भी केवल 17 रन बना पाये। इस मैच से वापसी करने वाले और स्पिनरों के खेलने में सक्षम जॉनी बेयरस्टॉ खाता भी नहीं खोल सके। भारतीय पिचों के अनुभवी बेन स्टोक्स (छह) भी दोहरे अंक में नहीं पहुंचे। इस तरह से भारतीय स्पिनरों ने इंग्लैंड को टॉस जीतने का फायदा नहीं उठाने दिया।
अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे इशांत (26 रन देकर एक) ने शानदार शुरुआत की और अच्छी लाइन व लेंथ से की गयी गेंद पर डोम सिब्ली (शून्य) को दूसरी स्लिप में रोहित शर्मा के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलायी।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सातवें ओवर में ही अक्षर को गेंद सौंपी और उन्होंने अपनी पहली गेंद पर ही बेयरस्टॉ को पगबाधा आउट कर दिया। क्रॉउली ने इस बीच गुलाबी गेंद से बल्लेबाजी के लिये सर्वश्रेष्ठ माने जाने वाले सत्र में अधिक से अधिक रन बटोरने की रणनीति अपनायी। उनके कवर ड्राइव की ताकत मोटेरा की तेज आउटफील्ड की हर घास महसूस कर रही थी।
लेकिन अश्विन के गेंद थामते ही क्रॉउली और रूट दोनों को परेशानी होने लगी। क्रॉउली को विवादास्पद अंपायर कॉल के कारण जीवनदान मिला लेकिन रूट के मामले में स्थिति स्पष्ट थी। उन्होंने अश्विन की पगबाधा की सफल अपील पर डीआरएस भी गंवाया।
क्रॉउली ने रिवर्स स्वीप का भी सहारा लिया लेकिन अश्विन और अक्षर के सामने उनके प्रयास बेकार गये। अक्षर ने उन्हें सीधी गेंद पर पगबाधा आउट करके पहला सत्र भारत के नाम किया।
दूसरे सत्र में भी कहानी में कोई बदलाव नहीं हुआ। अश्विन ने चाय के विश्राम के बाद पहले ओवर में ही ओली पोप (एक) के ऑफ स्टंप की गिल्ली को गिराया तो अक्षर ने अगले ओवर में बेन स्टोक्स (छह) को पगबाधा किया जो दोहरी मानसिकता में गेंद बल्ले से रोकने में नाकाम रहे थे। इसके बाद जोफ्रा आर्चर (11) की बारी थी जो अक्षर की टर्न लेती गेंद पर गच्चा खा गये।
चेतेश्वर पुजारा ने जैक लीच (तीन) का दूसरी स्लिप में अपनी दायीं तरफ काफी नीचा कैच लेकर अश्विन को टेस्ट मैचों में 397वां विकेट दिलाया जबकि पटेल ने स्टुअर्ट ब्रॉड (तीन) के रूप में पारी का अपना पांचवों विकेट लिया। बुमराह ने डीप स्क्वायर लेग पर कैच लेकर इसमें अपना योगदान दिया। पटेल ने बेन फॉक्स (12) को आउट करके इंग्लैंड की पारी का अंत किया।
चार मैचों की श्रृंखला अभी 1-1 से बराबर है। इंग्लैंड ने चेन्नई में पहला टेस्ट मैच 227 रन से जीता था तो भारत ने उसी स्थान पर दूसरा मैच 317 रन से जीतकर श्रृंखला बराबर की थी।
भाषा
पंत नमिता
नमिता
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कोहली के स्ट्राइक रेट को लेकर कोई बात नहीं हुई:…
3 hours agoअब मुझे पता है कि ट्रेनिंग में किस चीज पर…
3 hours ago