नयी दिल्ली, छह अप्रैल (भाषा) उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने मंगलवार को कहा कि घरेलू रसायन उद्योग महामारी के बीच अनिश्चित वैश्विक स्थिति के बावजूद उम्मीदों से भरा है और उसे मौजूदा अवसर का लाभ उठाते हुए संरचनात्मक बदलाव लाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूनिडो) के ‘ऑनलाइन’ आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गौड़ा ने कहा कि भारतीय रसायन उद्योग के 2025 तक 304 अरब डॉलर तक पहुंच जाने का अनुमान है जो 2019 में 178 अरब डॉलर का था। रसायनों की सालाना मांग 2025 तक 9 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है।
उन्होंने एक बयान में कहा कि उद्योग के महत्वाकांक्षी विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए नीतिगत हस्तक्षेप, कंपनी स्तर पर पहल, उद्योग-शैक्षणिक भागीदारियों, उचित निवेश और बेहतर अंतर्राष्ट्रीय पहुंच की आवश्यकता होगी।
मंत्री ने कहा कि आज हमारे घरेलू उद्योग और निवेशक अनिश्चित वैश्विक हालात और कोविड-19 जैसी महामारी के बावजूद ज्यादा आत्मविश्वास महसूस कर रहे हैं और आशावादी हैं।
उन्होंने कहा कि 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करने में रसायन और पेट्रो रसायन क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने भारतीय कंपनियों औरउद्योगों से इस अवसर का लाभ उठाने और रसायन उद्योग में संरचनात्मक बदलाव लाने को कहा।
मंत्री ने उम्मीद जताई कि संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूनिडो) अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं और नीति एवं तकनीक सहायता के साथ घरेलू उद्योग को समर्थन देगा।
इस मौके पर रसायन एवं पेट्रो रसायन सचिव योगेन्द्र त्रिपाठी, भारतीय रसायन परिषद के महानिदेशक एच.एस. करंगले, भारत में यूनिडो के क्षेत्रीय प्रतिनिधि डॉ. रेने वान बर्केल तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
भाषा रमण पाण्डेय
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