कैसे पता चले कि आसमान पर उड़ रही है दूसरी दुनिया की उड़नतश्तरी | How to know that the sky is flying in the other world's flying saucer

कैसे पता चले कि आसमान पर उड़ रही है दूसरी दुनिया की उड़नतश्तरी

कैसे पता चले कि आसमान पर उड़ रही है दूसरी दुनिया की उड़नतश्तरी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:33 PM IST, Published Date : June 8, 2021/10:02 am IST

एंडर्स सैंडबर्ग, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय

ऑक्सफोर्ड (ब्रिटेन), आठ जून (द कन्वरसेशन) अमेरिकी सेना ने उड़ने वाली अज्ञात वस्तुओं (यूएफओ) के देखे जाने से संबंधित पहले से वर्गीकृत तस्वीरें और फिल्में जारी की हैं, जिनमें ज्यादातर में कोई धुंधली सी चीज अजीब तरह से चलती दिखाई देती हैं।

अब सवाल यह पैदा होता है कि इन अस्पष्ट सी धुंधली आकृतियों को दूसरी दुनिया की मान लेना कहां तक तर्कसंगत है।

लोग अकसर आकाश में ऐसी चीजें देखते हैं, जिनके बारे में वह कुछ नहीं जानते। इनमें ज्यादातर हवाई जहाज, उपग्रह, मौसम के गुब्बारे, बादल और ऑप्टिकल प्रतिबिंब होते हैं। लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिनके बारे में कोई ज्ञात स्पष्टीकरण नहीं है। ऐसे में समस्या यह होती है कि लोग अज्ञात को एलियंस अर्थात किसी दूसरे ग्रह से आया हुआ मान लेते हैं। पर यह भी तो अजीब है ना कि वह इन्हें देवदूत क्यों नहीं मान लेते।

खैर, मुझे इसके बजाय गणित करना पसंद है। बेयस फॉर्मूला, आँकड़ों का एक मुख्य आधार, कुछ सबूत दिए जाने पर किसी चीज़ की संभाव्यता (पीआर) देता है।

विस्तार में जाएं तो यह कहता है कि कुछ सुबूतों के आधार पर यूएफओ के एलियंस होने की संभावना इस बात पर निर्भर करती है कि इस बात की कितनी संभावना है कि यदि यूएफओ वास्तव में एलियंस थे, तो वह सुबूत दिखाई देंगे। इसे इस तरह कह सकते हैं कि वास्तविक साक्ष्य की कितनी संभावना है, जो बेहद मुश्किल है।

लेकिन हमें वास्तव में इस बात में दिलचस्पी है कि अगर सबूत हमें बताते हैं तो क्या हमें एलियंस पर विश्वास करना चाहिए, या तब भी एलिसंय पर विश्वास नहीं करना चाहिए।

जब हम ऐसा करते हैं, तो हम उस अजीब कारक से भी छुटकारा पाते हैं कि सबूत कितने संभावित हैं। यह समीकरण अब दिखाता है कि फुटेज को देखने के बाद यह कितनी संभावना है कि यूएफओ एलियन हैं, इसकी कितनी संभावना है कि वे नहीं हैं।

समीकरण में दो कारक हैं। एक यह है कि हमें यह लगने की कितनी संभावना है कि एलियंस हैं। कुछ लोग इसे 50:50 कह सकते हैं, इसे हम पहला कारक बनाते हैं। जबकि अन्य इसे बहुत कम कर सकते हैं, जैसे 10-23। यह दुनिया के ज्ञान पर आधारित विश्वास का एक वक्तव्य है (उदाहरण के लिए प्रसिद्ध ड्रेक समीकरण का उपयोग करके)।

इसे किसी अन्य कारक से गुणा करने की आवश्यकता होती है, जिसे अक्सर बेयस कारक कहा जाता है। यह दर्शाता है कि हम जो सबूत देखते हैं वह एलियंस के होने बनाम एलियंस के न होने के लिए कितना विशिष्ट है।

अगर मैं आकाश में प्रकाश की एक रहस्यमयी बूँद देखता हूँ जो एलियन हो सकती है लेकिन कई अन्य चीजें भी हो सकती हैं, तो कारक एक से बहुत अलग नहीं होगा – सबूत एलियंस के लिए उतना ही विशिष्ट है जितना कि एलियंस न होने के लिए, और मुझे विश्वास में ज्यादा बदलाव नहीं मिलता है।

मेरा फैसला

अमेरिकी सरकार के नवीनतम यूएफओ खुलासे मुझे एलियंस की दिशा में ज्यादा अपडेट नहीं करते हैं। ज़रूर, बहुत सारे अजीब फुटेज हैं। लेकिन इसे कई अन्य बातों से समझाया जा सकता है। यहां किसी एलियन की फोटो नहीं है। यह देखते हुए कि पहले के शोध ने भी मुझे यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि ब्रह्मांड बहुत खाली है, मैं यूएफओ के एलियंस होने की बहुत कम व्यक्तिगत संभावना के निष्कर्ष पर पहुंचता हूं।

यहाँ मेरी गणना है। मैं यह मानकर चलता हूं कि एलियंस के आने की संभावना बहुत कम है- मैं इसे एक अरब में लगभग एक के आसपास रखता हूं। क्यों? क्योंकि मुझे लगता है कि प्रति ग्रह पर बुद्धिमान जीवन की संभावना वास्तव में कम है, और अगर वहाँ कोई होता, तो वह पूरे ब्रह्मांड में फैल चुका होता।

साक्ष्य की विशिष्टता के लिए, मैं स्वीकार करता हूं कि अजीब चीजें दिखाई देती हैं, लेकिन इसमें से कोई भी एलियंस जैसी विशेष नहीं दिखती है। मैं फुटेज को देखने के बाद यूएफओ को एलियन होने का 50 करोड़ में से एक मौका देता हूं।

द कन्वरसेशन एकता एकता

एकता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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