आर्थिक सुधारों के साथ बेहतर होगी भारत की साख: कामथ | India's credibility to be better with economic reforms: Kamat

आर्थिक सुधारों के साथ बेहतर होगी भारत की साख: कामथ

आर्थिक सुधारों के साथ बेहतर होगी भारत की साख: कामथ

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:31 PM IST, Published Date : March 17, 2021/4:23 pm IST

नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) शंघाई स्थित नव विकास बैंक के पूर्व प्रमुख के वी कामथ ने बुधवार को उम्मीद जतायी कि सरकार जिस तरीके से आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने के लिये प्रयास कर रही है, उससे भारत की वित्तीय सुधरेगी।

इंडिया इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित एक वीडियो कांफ्रेस कामथ ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि रेटिंग एजेंसियां भारत की साख को मौजूदा स्तर पर बनाये रख सकती हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार जिस जोर-शोर से आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ा रही है, मुझे लगता है कि साख बेहतर होगी। क्योंकि मुझे नहीं लगता कि रेटिंग एजेंसियां भारत की साख को उसी स्तर पर रोके रख सकती हैं, जो अभी है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार ने जो इतने सारे प्रयास किए हैं उन्हें देखते हुए मुझे लगता है कि देश की वित्तीय साख का स्तार ऊपर जाएगा।

आर्थिक समीक्षा में मजबूत आर्थिक बुनियाद के बावजूद फिच, एस एंड पी और मूडीज द्वारा भारत को दी गयी निम्न रेटिंग को लेकर चिंता जतायी गयी है।

वैश्विक रेटिंग एजेंसियों ने भारत को निम्न निवेश स्तर की रेटिंग दे रखी है जो रद्दी की श्रेणी से केवल एक ही पायदान ऊपर है।

नए विकास वित्त संस्थान के गठन के बारे में सरकार के निर्णय पर कामथ ने कहा कि इसके लिए यह उपयुक्त समय है।

मंत्रिमंडल ने मंगलवार को विकास वित्त संस्थान (डीएफआई) के गठन के लिये विधेयक के मसौदे को मंगलवार को मंजूरी दी।

उन्होंने कहा, ‘‘आज हमारे सामने ऐसी स्थिति है, जहां बैंक उद्योग की दीर्घकालीन कर्ज जरूरतों को पूरा कर रहे हैं…बुनियादी ढांचा क्षेत्र को लंबे समय के लिये कोष की जरूरत है। यही कारण है कि डीएफआई के गठन का फैसला किया गया है।’’

भाषा

रमण मनोहर

मनोहर

 

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