नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) एमजी मोटर इंडिया ने सोमवार को कहा कि उसने इलेक्ट्रिक और ऑटोनोमस वाहनों की प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली के साथ करार किया है।
कंपनी के बयान के मुताबिक आईआईटी, दिल्ली के वाहन-प्रौद्योगिकी केंद्र सेंटर फॉर आटोमोटिव रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी ( कार्ट) के साथ यह करार संस्थान के नवप्रवर्तन एवं प्रौद्योगिकी हस्तांतरण न्यास (एफआईटीटी) के माध्यम से किया गया है। इसका लक्ष्य एमजी की पहल ‘केस’ को आगे बढ़ाना है। केस (सीएएसई) का उद्देश्य संपर्क के लिए स्वायत्त, साझा विद्युत वाहन प्रौद्योगकी के क्षेत्र को आगे बढ़ाना है।
पूर्व में एमजी ने आईआईटी दिल्ली के साथ कार की सीट पर सुरक्षा के क्षेत्र में एक वर्ष की परियोजना पर काम किया था। इसने संस्थान के साथ मिलकर विद्यार्थियों के लिए वाहनों और परिवहन प्रणालियों को सुरक्षित और पर्यावरण की दृष्टि से अपेक्षाकृत स्वच्छ बनाने के विषय पर हैकाथॉन आयोजित किया था।
एमजी ने पहली इंटरनेट इलेक्ट्रिक एसयूवी – एमजी जेडएस ईवी और पहली ऑटोनोमस लेवल-1 प्रीमियम एसयूवी – ग्लॉस्टर पेश की है, और उसका उद्देश्य भविष्य के ऑटोनोमस वाहनों के विकास के लिए रिसर्च का उपयोग करना है।
एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने कहा, “ हमें विश्वास है कि यह पहल आईआईटी दिल्ली के छात्रों को शहर की स्थितियों में ऑटोनोमस टेक्नोलॉजी पर रिसर्च करने के लिए महत्वपूर्ण मूल्य प्रदान करेगी।”
आईआईटी दिल्ली का ऑटोमोटिव रिसर्च एंड ट्राइबोलॉजी केंद्र (कार्ट) सक्रिय रूप से बैटरी-चालित इलेक्ट्रिक वाहनों, हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों, स्टोरेज और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों, ऑटोनोमस और कनेक्टेड वाहनों के क्षेत्रों में हाई-एंड रिसर्च और डेवलपमेंट का संचालन करने में भाग लेता है।
भाषा मनोहर अजय
अजय
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