सूचीबद्धता समाप्त करने का प्रयोग सफल नहीं रहा तो वेदांता की बढ़ सकती हैं मुश्किलें | Vedanta may be in trouble if the use of the listing is not successful

सूचीबद्धता समाप्त करने का प्रयोग सफल नहीं रहा तो वेदांता की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

सूचीबद्धता समाप्त करने का प्रयोग सफल नहीं रहा तो वेदांता की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:44 PM IST, Published Date : October 1, 2020/3:45 pm IST

नयी दिल्ली, एक अक्टूबर (भाषा) धातु से लेकर खनन कारोबार से जुड़ी कंपनी वेदांता लि. अगर कंपनी के पुनर्गठन प्रयास में विफल रहती है तो उसके लिये समस्या बढ़ सकती है। विश्लेशकों का कहना है कि समूह के ऊपर एक तरफ जहां काफी कर्ज है वहीं दूसरी तरफ उसकी आय घट रही है।

उनका कहना है कि वेदांता का पुनर्गठन कंपनी के शेयर की शेयर बाजारों से सूचीबद्धता समाप्त करने की सफल प्रक्रिया पर निर्भर है। कंपनी के मौजूदा ढांचा के लिये चुनौतीपूर्ण माहौल में मुश्किलें हो सकती हैं।

मूल कंपनी वेदांता रिर्सोसेज ने सूचीबद्धता समाप्त करने को लेकर 3.15 अरब डॉलर की राशि जुटायी है। इससे कंपनी के ऊपर कुल कर्ज 1,25,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

वहीं दूसरी तरफ उसके दो महत्वपूर्ण कारोबार तांबा और लौह अयस्क कानूनी और नियामकीय मसलों के कारण परिचालन में नहीं हैं।

एक विश्लेषक ने कहा, ‘‘वास्तव में टाटा स्टील, हिंडाल्को, जेएसडब्ल्यू स्टील और अन्य समकक्ष कंपनियों के मुकाबले वेदांता के ऊपर कर्ज अधिक है। इसके कारण वेदांता समय पर कर्ज लौटाने की बाध्यता को पूरा करने के लिय काफी दबाव में है। इसके अलावा कोविड-19 के कारण मांग में नरमी से भी कंपनी परेशान है। इसकी वजह से तेल के दाम पर दबाव और धातु की कीमतें नरम पड़ी हुई है।

उसने कहा कि फिर वेदांता के दो कारोबार तमिलनाडु के तुतीकोरिन में 4,00,000 टन सालाना क्षमता की तांबा इकाई और गोवा में लौह अयस्क कारोबार बंद पड़े है। यह भी साफ नहीं है कि उनमें कब से कामकाज शुरू होगा। इससे भी समूह की कुल आय पर असर पड़ा है।

इस बारे में संपर्क किये जाने पर वेदांता के प्रवक्ता ने कर्ज की स्थिति या तांबा और लौह अयस्क कारोबार से जुड़ी इकाइयों के बंद होने के कारण पड़ रहे प्रभाव के बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया।

प्रवक्ता ने सूचीबद्धता समाप्त करने के मूल्य या समूह के इसके लिये और धन जुटाने की संभावना के बारे में भी कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।

हालांकि सूत्रों ने कहा कि कंपनी के शीर्ष नेतृत्व ने कोष जुटाने को लेकर पाबंदी लगा दी है। वेदांता इस पेशकश में 89 रुपये के बुक वैल्यू से अधिकतम 125 से 127 रुपये प्रति शेयर की पेशकश कर सकता है।

वेदांता का शेयर बीएसई में बृहस्पतिवार को 0.4 प्रतिशत मजबूत होकर 137.45 पर बंद हुआ।

कुल 125 रुपये प्रति शेयर के भाव पर कीमत न्यूनतम मूल्य 87.5 रुपये शेयर पर 43 प्रतिशत अधिक होगा।

हालांकि वेदांता ने सूचीबद्धता समाप्त करने को लेकर 3.15 अरब डॉलर जुटाये हैं लेकिन इसकी लागत अधिक है। इसके कारण कंपनी के पास और राशि जुटाने की गुंजाइश बहुत कम है।

शेयरधारक रिवर्स बुक बिल्डिंग पेशकश के तहत कीमत को स्वीकार करेंगे या फिर वेदांता को जुटायी गयी राश लौटानी होगी। बोली प्रक्रिया पांच अक्टूबर से शुरू होगी और नौ अक्टूबर को पूरी होगी।

भाषा

रमण महाबीर

महाबीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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