21 हाथियों के दल ने मचाया उत्पात, घरों को किया तहस-नहस, रेंजर ने कहा- अब इनके साथ रहने की डालनी होगी आदत | A group of 21 elephants created a storm, devastated the houses, terror in village

21 हाथियों के दल ने मचाया उत्पात, घरों को किया तहस-नहस, रेंजर ने कहा- अब इनके साथ रहने की डालनी होगी आदत

21 हाथियों के दल ने मचाया उत्पात, घरों को किया तहस-नहस, रेंजर ने कहा- अब इनके साथ रहने की डालनी होगी आदत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:07 PM IST, Published Date : November 26, 2020/8:53 am IST

बलरामपुर। जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है, तमोर पिंगला अभ्यारण्य से 38 हाथियों का दल वाड्रफनगर क्षेत्र में पहुंचा हुआ है। इनमें से 21 हाथियों का दल ग्राम पंचायत का ककनेसा में आतंक मचाया है। भोजन की तलाश में गांव में घुसे हाथियों के दल ने 4 ग्रामीणों के घर को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया।

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इस घटना से ग्रामीणों में जबदरदस्त दहशत है और वह अपने घर को छोड़कर इधर-उधर घूम रहे हैं। इस लोगों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को सरपंच के घर के बगल में शिफ्ट कर दिया है। वहीं उनके खाने पीने की व्यवस्था की है। वन विभाग के कर्मचारी गजराज वाहन व अन्य साधनों से हाथियों को भगाने में जुट गई है। ग्रामीणों को हाथियों के करीब नहीं जाने की अपील की है।

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वाड्रफनगर के वन परीक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि हाथियों का दल ककनेसा में उत्पात मचाने के बाद वाड्रफनगर बीट में पहुंच गया है और दूसरा 17 हाथियों का दल तमोर पिंगला अभ्यारण की तरफ मुड़ गया है। उन्होंने बताया कि हाथियों ने जो नुकसान किया है उसका प्रकरण तैयार किया जा रहा है। जल्द ही ग्रामीणों को मुआवजा का वितरण कर दिया जाएगा।

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लोगों को हाथियों के साथ रहने की डालनी पड़ेगी आदत: रेंजर

रेंजर ने कहा कि हाथी भोजन की तलाश में गांव की तरफ पहुंच रहे हैं क्योंकि वनों में उनके खाने और पीने की बिल्कुल भी व्यवस्था नहीं है। इसलिए वह गांव की तरफ रुख कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह वनों की कटाई हो रही है। उससे अब लोगों को हाथियों के साथ रहने की आदत डालनी पड़ेगी, हाथियों के आ जाने से और उनकी संख्या इतनी अधिक होने के कारण ग्रामीण काफी दहशत में हैं और वह इस कड़कड़ाती ठंड में रतजगा करने को भी मजबूर हैं।

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