8 नवंबर को देश के दो प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस आमने-सामने होंगी। 8 नवंबर को ही पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी और उसी दिन रात 12 बजे से ये घोषणा प्रभावी हो गई थी। उस तारीख के एक साल पूरे होने के मौके पर दोनों पार्टियों ने अपने-अपने तरीके से नोटबंदी के समर्थन और विरोध का निर्णय लिया है।
दिल्ली में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की कि भाजपा 8 नवंबर को कालाधन विरोधी दिवस यानी एंटी ब्लैकमनी डे के रूप में मनाएगी।
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— IBC24 (@IBC24News) October 25, 2017
इससे पहले, कांग्रेस 8 नवंबर को नोटबंदी के खिलाफ काला दिवस मनाने की घोषणा कर चुकी है। कुछ और विपक्षी दलों ने भी इस दिन काला दिवस मनाने की घोषणा की है।
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कांग्रेस जीडीपी में गिरावट और देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति को लेकर नोटबंदी और जीएसटी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार निशाना साध रही है। गुजरात में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी लगातार नोटबंदी के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते रहे हैं। गांधीनगर में राहुल गांधी ने नोटबंदी पर हमले के साथ-साथ जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स भी बता चुके हैं।
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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल भी प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के काला दिवस पर कहा था कि कांग्रेस कालेधन के प्रति श्रद्धा जताना चाहती है, इसलिए काला दिवस मना रही है। जेटली का कहना था कि नोटबंदी ब्लैकमनी के खिलाफ सरकार का कड़ा कदम था और इन कदमों का देश को मध्यम और दीर्घ अवधि में फायदा मिलेगा।
वेब डेस्क, IBC24
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