सावधान! सीवर के पानी में मिले कोरोना वायरस, इलाके के 6 लाख लोग हो सकते हैं संक्रमित | careful! Corona virus found in sewer water, 6 lakh people of the area may be infected

सावधान! सीवर के पानी में मिले कोरोना वायरस, इलाके के 6 लाख लोग हो सकते हैं संक्रमित

सावधान! सीवर के पानी में मिले कोरोना वायरस, इलाके के 6 लाख लोग हो सकते हैं संक्रमित

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:58 PM IST, Published Date : August 22, 2020/12:31 pm IST

हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में सीवर के पानी में कोरोना वायरस के अंश मिले हैं। हैदराबाद में मौजूद सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर बायोलॉजी, सीसीएमबी की हालिया रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। हालाकि सीसीएमबी का ये भी कहना है कि वायरस के जो अंश पाए गए हैं वो संक्रामक नहीं है।

ये भी पढ़ें: अब ‘लार’ से हो सकेगी कोरोना जांच, लोग खुद ही ले सकेंगे सैंपल, जल्द आएंगे नतीजे

सीसीएमबी के रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद के सीवर के पानी में कोरोना के अंश मिले है। डॉ राकेश मिश्रा के मुताबकि सेरोलॉजिकल टेस्ट, रैपिड एंटीजन टेस्ट या फिर किसी और टेस्ट से ही व्यक्ति के संक्रमण होने की जानकारी मिल सकती है। लेकिन इसके लिए आपको हर व्यक्ति का सैंपल लेना होगा। लेकिन सीवर के पानी से भी आप वायरस का पता लगा सकते हैं और इससे ये पता चलेगा कि इस इलाके में कोरोना का संक्रमण है। और यह भी पता लगाया जा सकता है कि पानी में वायरस की मात्रा कितनी है।

ये भी पढ़ें: देश को दहलाने की बड़ी साजिश को दिल्ली पुलिस ने किया नाकाम, एनकाउंटर…

इस तरीके से ये फायदा होगा कि आपको लोगोें के पास जाने की बजाए सीवर या पानी इकठ्ठा कर टेस्ट कर सकते हैं। उसमें मौजूद वायरस का लोड आपको इस बात का इशारा कर देगा कि इलाके में संक्रमण कितना अधिक है और शहर के इस इलाके में वायरस लोड कितना है। सीसीएमबी ने अपनी रिसर्च में पाया कि जिस इलाके के सीवर के पानी का टेस्ट किया गया वहां करीब छह लाख लोग संक्रमित हो सकते हैं।

ये भी पढ़ें: पंजाब के तरनतारन में BSF ने 5 घुसपैठियों को किया ढेर, राइफल और पिस्…

सीसीएमबी के निदेशक डॉ राकेश मिश्रा का कहना है कि ये टेस्टिंग सस्ता और भरोसेमंद तरीका है आपको शहर के हजारों लोगों के सैंपल टेस्ट करने की जरुरत नही है, आपको केवल दस सीवर प्लांट में जाकर सैंपल लेने है और पूरे शहर की हालात की जानकारी हो जाएगा। उनका ये भी कहना है कि इस तरह के उपायों से ये पता चल सकता है किस तरह के विषाणु शहर में है और हम आनेवाले वक्त के लिए तैयारी कर सकते हैं।

 
Flowers