बैतूल : कमलनाथ सरकार के किसान ऋण माफ़ी के फैसले के बाद मध्यप्रदेश में एक के बाद एक घोटाले उजागर होते जा रहे है, ऐसा ही एक मामला बैतूल जिले में सामने आया है जहां एक सहकारिता समिति ने करीब 50 से ज्यादा ऐसे किसानो को कर्जदार बना दिया जिन्होंने ना तो कभी फसल बीमा की राशि ली और ना ही इन किसानों ने कभी मुआवजा लिया, इस घोटाले में हद तो तब कर दी जब इस समिति ने एक ऐसे मजदूर को एक लाख का कर्जदार बना दिया जिसके पास ना तो कोई जमीन का टुकड़ा है और ना ही उसने कभी कोई कर्ज लिया,अब ये पीड़ित किसान न्याय पाने की गुहार लगा रहे है, ये किसान कलेक्टर कार्यालय के पास बैंक के तकाजे की पर्चियां दिखा कर अपना दुखड़ा रो रहे हैं लेकिन इनकी फरियाद को सुनने वाला कोई नहीं है।
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भीमपुर ब्लाक के जोगली, झाँकस,बटकी, उमरघाट, डुलारिया, बाटला खुर्द, के आदिवासी किसानों के फर्जी नामों पर फर्झीबाड़ा का खुलासा हुआ है । ऐसे मामले ब्लाक की दामजीपुरा सहकारी समिति में दर्ज है इन किसानों की माने तो इन्होंने कुछ वर्ष पूर्व जो कर्ज लिया था जिसे उन्होंने पूरा जमा कर दिया फिर भी उन पर कर्ज की राशि बकाया बताई जा रही है ।