सामान्य कोटा बिल राज्य सभा में पेश, पक्ष-विपक्ष में जमकर बहस.. जानिए किसने क्या कहा | General debate in favor of Opposition, present in the general quota bill Rajya Sabha.

सामान्य कोटा बिल राज्य सभा में पेश, पक्ष-विपक्ष में जमकर बहस.. जानिए किसने क्या कहा

सामान्य कोटा बिल राज्य सभा में पेश, पक्ष-विपक्ष में जमकर बहस.. जानिए किसने क्या कहा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:27 PM IST, Published Date : January 9, 2019/10:52 am IST

नई दिल्ली। सामान्य वर्ग आरक्षण बिल लोकसभा में पारित होने के बाद बुधवार को राज्यसभा में भी पेश किया गया। कांग्रेस ने इसे जल्दबाजी में उठाया गया कदम करार दिया है।

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बिल पर बहस शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा में बिल का समर्थन करने वाली कांग्रेस ने उच्च सदन में सरकार की जल्दबाजी पर सवाल उठाया। संसदीय कार्यमंत्री विजय गोयल ने बताया कि बिल पर सदन में 8 घंटे बहस होगी। हंगामे की वजह से दोपहर 12:40 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई। केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने दोपहर 12 बजकर 2 मिनट पर 124वें संविधान संशोधन बिल को राज्यसभा में पेश किया। उस दौरान, डीएमके सांसद कनीमोझी ने बिल को सिलेक्ट कमिटी को भेजे जाने की मांग की।

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समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने कहा कि उनकी पार्टी इस बिल का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि सरकार यह बिल कभी भी ला सकती थी, लेकिन सरकार का लक्ष्य आर्थिक रूप से गरीब सवर्ण नहीं बल्कि 2019 का चुनाव है। अगर इनकी दिल में ईमानदारी होती तो 3-4 साल पहले यह बिल आ जाता। यादव ने कहा कि यह बिल सुप्रीम कोर्ट की बड़ी पीठ के खिलाफ है और कोर्ट इसे अपहोल्ड भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि नौकरियां हैं नहीं ऐसे में कुछ बाद आरक्षण की बात भी बेमानी हो जाएगी। यादव ने कहा कि सरकार को निजी क्षेत्र में भी आरक्षण की व्यवस्था करनी चाहिए क्योंकि सरकार क्षेत्र में ठेके पर काम हो रहा है, नौकरियां लगातार घट रही हैं।

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आनंद शर्मा ने कहा कि नौकरी बन रही हैं लगातार कम हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पीएसयू में तीन साल के दौरान 97 हजार नौकरियां चली गई हैं। राज्यों के आंकड़े अगर सरकार देगी तो बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि लोगों के मुताबिक नौकरियां देने में शायद 800 साल लग जाएंगे। देश के लोगों को आप इतना बड़ा सपना दिखा रहे हैं, लेकिन हकीकत कुछ और है। विकास की परिधि से बाहर रह गए लोगों को जोड़ना सरकारों का धर्म है, लेकिन इस विषय पर विस्तार से चर्चा होने की जरूरत थी। इसके लिए समाज के लोगों से भी बात की जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि सरकार की अभी इस बिल में कई बाधाओं का सामना करना है, क्योंकि यह संविधान का अपमान करने की एक सोझी-समझी साजिश है।

राज्यसभा में आरक्षण बिल पर बोलते हुए बीजेपी सांसद प्रभात झा ने कहा कि राहुलजी को सुबह-शाम राफेल राफेल करते हैं, अगर हिम्मत है तो इस विधेयक पर बोलने आएं। आनंद शर्मा ने प्रभात झा के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि राहुल गांधी इस सदन के सदस्य नहीं हैं और उनके बारे में दिए गए बयान को सदन की कार्यवाही से निकाला जाए। इस पर उपसभापति ने कहा कि कार्यवाही को देखकर बयान के बारे में विचार किया जाएगा। कांग्रेस के सांसद प्रभात झा के बयान पर हंगामा कर रहे हैं।

 
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