नई दिल्ली। ईसरो चंद्रयान-2 के बाद अब 2021 तक मानव को अंतरिक्ष में भेजने का अपना सपना पूरा करने वाला है। ईसरो के चेयरमैन ने बयान दिया कि चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की हार्ड लैंडिंग की वजह से भले ही इसरो का मिशन पूरा नहीं हुआ लेकिन मिशन गगनयान हम पूरा करके दम लेगें। चन्द्रयान-2 का ऑर्बिटर साढ़े सात वर्षों तक डेटा देगा। उन्होंने कहा, ‘‘चंद्रमा मिशन की सभी प्रौद्योगिकियां सॉफ्ट लैंडिंग को छोड़कर सटीक साबित हुई हैं।
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के सिवन के माने तो दिसम्बर 2020 तक हमारे पास मानव अंतरिक्ष विमान का पहला मानव रहित मिशन होगा। हमने दूसरे मानव रहित मानव अंतरिक्ष विमान का लक्ष्य जुलाई 2021 तक रखा है।
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दिसम्बर 2021 तक पहला भारतीय हमारे अपने रॉकेट द्वारा ले जाया जाएगा। यह हमारा लक्ष्य है जिस पर इसरो काम कर रहा है। भारत के लिए गगनयान मिशन बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश की विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षमता को बढ़ावा देगा। इसलिए, हम एक नए लक्ष्य पर काम कर रहे हैं।
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