जबलपुर। न्यायधानी के अग्रवाल कॉलोनी में संचालित सुकून होटल पर कोतवाली थाना पुलिस ने आज छापामार कार्रवाई की। होटल में अनैतिक गतिविधि होने की सूचना पर छापा मारने पहुंची पुलिस ने होटल के रजिस्टर को खंगाला तो कई युवक-युवती बिना आईडी प्रूफ और रजिस्टर मे बिना एंट्री के पाए गए। पुलिस ने होटल के पूरे रिकार्ड्स भी खंगाले जिसमें कई खामियां मिली।
एक घंटे तक छानबीन और पूछताछ के बाद पुलिस ने होटल के मैनेजर सहित बिना आईडी के रूके युवक-युवतियों पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की। खास बात ये रही कि छापे के दौरान होटल में डिंडौरी मे पदस्थ तहसीलदार विवेक त्रिपाठी भी नज़र आए। तहसीलदार पुलिस के सवालो के आगे कुछ न बोल सके। जानकारी ये भी मिली है कि यह होटल तहसीलदार विवेक त्रिपाठी का ही है। ये वही तहसीलदार हैं जिन्हें खोजने के लिए कुछ माह पूर्व डिंडौरी कलेक्टर ने जबलपुर कलेक्टर को पत्र लिखा था।
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पत्र इस वजह से लिखा गया था क्योंकि ज्वाइनिंग के बाद से ही त्रिपाठी का कोई पता नहीं था। बाद मे मीडिया के सामने आकर तहसीलदार ने स्वास्थ्य कारणो का हवाला दिया था। अब यह जांच का विषय है कि आखिर मेडिकल लीव पर चल रहे तहसीलदार छापे के वक्त होटल कैसे पहुंचे और क्या सरकारी नौकरी छोड़कर वो यहां होटल संचालित कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।