इंदौर। मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार थमने के साथ ही राजनीतिक पार्टियों के द्वारा व्यक्ति विशेष को प्रलोभन देने की कोशिशें भी शुरू हो गई हैं। मंगलवार को इंदौर विधानसभा के सांवेर में 10 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। चुनाव शांतिपूर्वक व निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए प्रशासन के आदेश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। जिला निर्वाचन और प्रशासन ने आचार संहिता का सख्ती से पालन कराने के साथ ही विधानसभा चुनाव की गतिविधियों के स्वतंत्र व निष्पक्ष ढंग से पूर्ण कराने के लिए कमर कस ली है।
स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ ही प्रत्याशी के चुनाव प्रचार पर भी प्रशासन ने नजर रखनी शुरू कर दी है। मतदाताओं को भयभीत,प्रभावित करने,रिश्वत और किसी भी तरह का प्रलोभन देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है। प्रलोभन देने वाले प्रत्याशी और उसके समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश पहले ही दिए गए है। आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों की शिकायतों के लिए जनपद में एक नोडल अधिकारी बनाया गया है।
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चुनाव के दौरान बिना अनुमति के सभा करने वालों के खिलाफ भी आयोग ने कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि चुनावी सभाओं समेत अन्य चीजों की वीडियो रिकार्डिंग के लिए प्रत्येक विधानसभा में टीमों का गठन किया गया है। इंदौर कलेक्टर और कमिश्नर भी लगातार फील्ड विजिट के साथ ही पर्सनल मॉनिटरिंग भी राजनीतिक पार्टी पर रख रहे हैं। कलेक्टर के मुताबिक एक दल मतदाताओं को नि:शुल्क भोजन, नकदी, शराब बांटने और राशि बांटने जैसे मामलों पर नजर रखकर कार्रवाई कर रहा है। प्रत्येक विधानसभा के लिए सात शासकीय कर्मचारियों और अधिकारियों की चक्रवार ड्यूटी लगाई गई है।