फूटा निर्भया के परिजनों का गुस्सा, पिता ने सीएम केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा- सत्ता में वापसी के लिए कर रहे राजनीति | Nirbhaya Rape Convict Mukesh’s Mercy Petition To President

फूटा निर्भया के परिजनों का गुस्सा, पिता ने सीएम केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा- सत्ता में वापसी के लिए कर रहे राजनीति

फूटा निर्भया के परिजनों का गुस्सा, पिता ने सीएम केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा- सत्ता में वापसी के लिए कर रहे राजनीति

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:43 PM IST, Published Date : January 17, 2020/6:12 am IST

नई दिल्ली: निर्भया के दोषी मुकेश द्वारा दया याचिका लगाए जाने के बाद उनकी फांसी की तारीख टल गई है। मुकेश की याचिका को मंत्रालय ने गुरुवार रात गृह विभाग को भेजा गया है। अब निर्भया के दोषियों की फांसी तारीख राष्ट्रपति भवन से दया खचिका खारीज होने के बाद तय होगी। बता दें कि इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दिए जाने पर रोक लगा दी है। अदालत ने मुकेश की दया याचिका पर फैसला न होने के चलते तारीख को टालने का आदेश दिया है।

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वहीं, दूसरी ओर निर्भया के दोषियों को फांसी देने में देरी होने पर निर्भया के परिजनों ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। निर्भया के पिता ने एक मीडिया चैनल से बात कर अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार तब तक ​सो रही थी, जब तक हमारी ओर से कोई पहल नहीं की गई थी। तक दिल्ली सरकार ने जेल प्रशासन से क्यों नहीं कहा कि निर्भया के आरोपियों को फांसी देने के लिए नोटिस जारी करे। उन्होंने सीधे तौर पर केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अरग चुनाव से पहले दोषियों को फांसी नहीं दी गई तो इसके जिम्मदार अरविंद केजरीवाल होंगे। वे सत्ता में वापसी के लिए निर्भया का इस्तेमाल कर रहे हैं।

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निर्भया की मां आशा देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि सरकार चुप है, कोर्ट चुप है, कानून में कमियां हैं। जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला 2017 में आ गया, तब मैं दिल्ली सरकार के पास गई, केंद्र के पास गई। आखिर दोषियों को इतना अधिकार क्यों? 2012 में जब घटना हुई तो इन्हीं लोगों ने तिरंगे लेकर और काली पट्टी बांधकर खूब नारे लगाए। लेकिन आज यही लोग बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मैं यह कहना चाहूंगा कि ये लोग अपने फायदे के लिए उनकी फांसी को रोके हैं। मैं पीएम मोदी से यही कहना चाहती हूं कि आपने जिस तरह से तमाम किए हैं, उसी तरह बच्ची की मौत के साथ मजाक न होने दीजिए।

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