उज्जैन। नीलगंगा थाना क्षेत्र में रेप के आरोपी आरक्षक को बचाने के लिए दूसरे आरक्षक के षडयंत्र का खुलासा हुआ है। दरअसल अपने दोस्त को बचाने के लिए साथी आरक्षक ने अपना DNA सैंपल जांच के लिए दे दिया था।
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जानकारी के मुताबिक 4 दिसंबर को चिमनगंज थाने में एक रेप का प्रकरण दर्ज किया गया था। दंड प्रक्रिया संहिता के मुताबिक जीरो के तहत आरोपी के खिलाफ धारा- 376 का मामला दर्ज किया गया था।
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FIR के मुताबिक एक आऱक्षक ने युवती के साथ रेप किया था, आरोपी आरक्षक का डीएनए लिए जाने का आदेश दिया गया था, लेकिन आरोपी आरक्षक के स्थान पर उसके एक साथी आरक्षक ने अपना डीएनए दे दिया था। इस मामले की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक ने सहयोगी आरक्षक को निलंबित कर दिया है। सहयोगी आरक्षक को भी गिरफ्तार कर आरोपी बनाया गया है।
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