इंदौर। देश के सबसे बड़े महाकुंभ लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही जिला प्रशासन मतदाता सूची अपडेट करने में लगा है। लोकसभा चुनाव में इस बार इंदौर जिले के चार माह में 90,382 मतदाता बढ़ गए हैं। विधानसभा चुनाव में इंदौर जिले की मतदाता सूची में 24 लाख 80 हजार 68 मतदाता थे, जबकि चार महीने में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 25 लाख 70 हजार 450 हो गई है।
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बता दें कि इसमें दिव्यांगों की संख्या 11 हजार 432 है। निर्वाचन आयोग ने सभी दिव्यांग मतदाताओं को विशेष सुविधाएं देने की आदेश जारी किए हैं। दरअसल मतदान में किसी की तरह की परेशानी न आए, इसके लिए बेहतर सुविधा प्रदान की जाएंगी। दिव्यांगों के लिए चुनाव बूथ पर न्यूनतम सुविधाएं सुनिश्चित कराना अनिवार्य होता है। जिसमें एक रैंप, चेतावनी संकेतक, व्हीलचेयर और पार्किंग सुविधाएं शामिल होती हैं। लेकिन कई बार चुनावी बूथ पर दिव्यांगों के लिए कोई सुविधा नहीं होती, ऐसे में इंदौर जिले में रेम्प,व्हील चेयर, दिव्यांग सहायता डेस्क, दिव्यांग मित्र जैसी सुविधाओं से अवगत कराते हुए दिव्यांगों को निमंत्रण पत्र दिए जा रहे हैं।
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जिले में 11 हजार 432 दिव्यांग मतदाता हैं। जिसमें से एक हजार 258 दृष्टिबाधित मतदाता है। दिव्यांगों के लिए आने-जाने की व्यवस्था भी की जा रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में दिव्यांगों ने बढ़ चढ़कर मतदान किया, कोई व्हील चेयर पर तो कोई अपनो का सहारा लेकर बूथ तक पहुंचे थे, लेकिन चुनाव चिह्न ब्रेललिपि में नहीं होने से परेशानी आ रही थी, जिसपर इस बार प्रशासन ने खासा ध्यान रखा है। कई मतदान केंद्रों पर दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई थी, लेकिन कई मतदान केंद्रों पर सुविधा का ध्यान नहीं रखने से दिव्यांगों को परेशानी झेलना पड़ी थी। ये सभी गलतिया दोबारा ना हो इसके लिए इस बार जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम करने के दावे किए हैं।