भारत में 1 अप्रेल से मिलेगा दुनिया का सबसे साफ पेट्रोल-डीजल, बीएस-6 मानकों के ईंधन के लिए चुकानी पड़ सकती है अधिक कीमत | The world's cleanest petrol and diesel will be available in India from 1st April BS-6 standards fuel will have to be paid more

भारत में 1 अप्रेल से मिलेगा दुनिया का सबसे साफ पेट्रोल-डीजल, बीएस-6 मानकों के ईंधन के लिए चुकानी पड़ सकती है अधिक कीमत

भारत में 1 अप्रेल से मिलेगा दुनिया का सबसे साफ पेट्रोल-डीजल, बीएस-6 मानकों के ईंधन के लिए चुकानी पड़ सकती है अधिक कीमत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:06 PM IST, Published Date : February 29, 2020/9:25 am IST

नई दिल्ली। भारत में अप्रैल माह से दुनिया का सबसे साफ पेट्रोल-डीजल बिकेगा। भारत सबसे स्वच्छ पेट्रोल-डीजल अपनाने के लिए तैयार है। देश में 1 अप्रैल से मानक BS-6 के अनुकूल ईंधनों की आपूर्ति की जाएगी ।बीएस-6 मानकों के ईंधन की अधिक कीमत चुकानी होगी ।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मुताबिक भारत ने वाहन उत्सर्जन कम करने के लिये बीएस-4 से सीधे चरण-6 मानक पर अमल करने का निर्णय लिया था और तीन साल में इसे अमल में लाने की स्थिति में पहुंच गया है। एक अप्रेल से भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, जहां सबसे स्वच्छ पेट्रोल-डीजल का उपयोग होता है।

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इंडियन ऑयल के मुताबिक भारत में लगभग सभी परिशोधन संयंत्रों ने 2019 के अंत तक बीएस-6 के अनुकूल पेट्रोल और डीजल का उत्पादन शुरू कर दिया है। इंडियन ऑयल की दी जानकारी के मुताबिक ”हम एक अप्रैल से बीएस-6 ईंधनों की आपूर्ति करने की दिशा में पूरी तरह से सही राह पर हैं। लगभग सभी परिशोधन संयंत्रों ने बीएस-6 ईंधनों की आपूर्ति शुरू कर दी है और ये ईंधन देश भर में भंडार डिपो तक पहुंचने लगे हैं।

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इंडियन ऑयल के मुताबिक स्वच्छ ईंधन भंडार डिपो से पेट्रोल पंपों तक भी पहुंचने लगे हैं और अगले कुछ सप्ताह में सिर्फ स्वच्छ ईंधन ही उपलब्ध होंगे। इंडियन ऑयल ने कहा कि, ”हम इस बारे में पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि पेट्रोल पंपों पर एक अप्रैल से जो भी पेट्रोल-डीजल बिकेंगे, वे बीएस-6 मानक के अनुकूल होंगे। भारत ने 2010 में बीएस-3 उत्सर्जन मानक को अपनाया था। बीएस-3 से बीएस-4 तक पहुंचने में देश को सात साल का समय लगा था। सरकारी परिशोधन कंपनियों ने नये मानक के अनुकूल ईंधन तैयार करने के लिये करीब 35 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है।

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बीएस-6 के अनुकूल पेट्रोल और डीजल में सल्फर की मात्रा महज 10 PPM होती है। यह CNG की तरह स्वच्छ माना जाता है। नये ईंधन से बीएस-6 अनुकूल वाहनों का नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन पेट्रोल कारों में 25 प्रतिशत तक और डीजल कारों में 70 प्रतिशत तक कम हो जाएगा। पहले योजना थी कि दिल्ली और आस-पास के शहरों में स्वच्छ ईंधन की आपूर्ति अप्रैल 2019 तक बहाल की जाएगी तथा देश भर में अप्रैल 2020 से आपूर्ति शुरू की जाएगी। हालांकि कंपनियों ने दिल्ली-एनसीआर में एक अप्रैल 2018 से ही नए मानक के अनुकूल ईंधन की आपूर्ति शुरू कर दी।