रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी अब तक अपने नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं कर पाई है। इसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने भाजपा की चुटकी भी ली है।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष के चयन के लिए भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व पहले अपने पर्यवेक्षक भेजने वाला था। ये पर्यवेक्षक यहां विधायकों से चर्चा कर उनकी राय के आधार पर नेता प्रतिपक्ष की घोषणा करने वाले थे। लेकिन विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने के एक दिन पहले तक दिल्ली से ना तो कोई पर्यवेक्षक पहुंचा, न ही उनके आने की कोई सूचना है।
अब इसे लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है कि शीतकालीन सत्र के पहला दिन विपक्ष बगैर नेता प्रतिपक्ष के सदन की कार्यवाही में शामिल होगा। गौरतलब है कि इस पद के लिए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, ननकीराम कंवर और प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक का नाम प्रमुखता से चल रहा है।
यह भी पढ़ें : राजनाथ सिंह ने कहा- निर्वाचन आयोग चाहे तो लोकसभा के साथ जम्मू-कश्मीर में चुनाव संभव, केंद्र को दिक्कत नहीं
सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह धरमलाल कौशिक के समर्थन में हैं। इससे ऐसा लगता है कि धरमलाल कौशिक का नाम नेता प्रतिपक्ष के रूप में फाइनल हो सकता है। वहीं बृजमोहन अग्रवाल इस संबंध में दिल्ली का चक्कर लगा चुके हैं। अब देखना है कि नेता प्रतिपक्ष का पद किसकी झोली में आता है। इससे पहले पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर एक बयान में यहां तक कह चुके हैं कि 15 साल तक सीएम रहने के बाद डा.सिंह का नेता प्रतिपक्ष का दावा शोभा नहीं देता।