सर्दी के मौसम में स्वास्थ में उतार चढ़ाव होना आम है। इसी के चलते शरीर में आलस और सिरदर्द, कमर दर्द, जुकाम, बदन दर्द जैसी समस्या देखने को मिलती है। बढ़ते जुकाम के कारण सांस लेने में परेशानी होती है जिसके चलते हार्ट संबंधी समस्या भी बढ़ जाती है।लेकिन अगर आप अपनी डेली रूटीन में कुछ योगाभ्यास कर लेते हैं तो आपको स्वास्थ संबंधी बहुत सी परेशानियों से राहत मिल जाएगी।
सबसे पहले हमें ध्यान रखना चाहिए शरीर के उन अंगो का जो ज्यादातर ठण्ड में जाम हो जाते है इसलिए सबसे पहले पैर की उंगलियां, एड़ी, घुटना, जांघ, पेट, हाथों की उंगलियां, कलाई, कोहनी, कंधा, गर्दन व आंख को 5 से 10 बार सुबह -शाम संचालन करना चाहिए।
दमा के मरीजों को कुछ यौगिक क्रियाएं अवश्य करना चाहिए जिनमें शशांक आसन, योगमुद्रा, पवनमुक्तासन, भुजंगासन, स्ट्रेच मकरासन (क्रोकोडायल)-2 लाभदायक हैं।इसके साथ ही साथ कुछ शारीरिक व मानसिक रोग तनाव व चिंता से भी होते हैं। इन्हें दूर करने के लिए यौगिक क्रियाएं उत्तम हैं। प्राणायाम और मेडिटेशन करना मानसिक समस्याओं में बेहद फायदेमंद है।
योग विशेषज्ञ की सलाह से ये ताड़ासन, त्रिकोणासन, कमर को खड़े होकर आगे-पीछे व दाएं-बाएं झुकाने की क्रियाएं 5 बार करें।इसके साथ ही सीधा लेटकर अर्द्धहलासन, साइकलिंग, पवनमुक्तासन, सीधा नौकासन। बैठकर पश्चिमोत्तासन, शशांक आसन व योगमुद्रा करना चाहिए। उल्टा लेटकर भुजंगासन, सर्पासन, शलभासन, धनुरासन, नौकासन, रोलिंग नौकासन करना चाहिए।इस प्रकार के योग क्रिया से ठण्ड में शरीर को ऊर्जा मिलती है और कपकपाती ठण्ड में भी आप ऊर्जावान नज़र आएंगे।