लोहानी गुफाएं, धार- मांडू में स्थित लोहानी गुफाएं 11वीं शताब्दी में निर्मित हैं। इसमें पत्थरों को काटकर मंदिरों का एक समूह बनाया गया है।
बांधवगढ़ प्राचीन गुफाएं, उमरिया- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के परिसर में बांधवगढ़ की प्राचीन गुफाएं स्थित है यहां पर शिलालेख ब्राह्मी लिपि में देख सकते हैं।
सरु मारू गुफाएं, सीहोर- तहसील बुदनी की सरू मारू गुफाओं में आपको बौद्धों का बहुत प्रभाव देखने को मिलेगा। ये गुफा प्रकृति की हरिहाली के बीच काफी अच्छी लगती हैं। यहां सम्राट अशोक के काल के कुछ शिलालेख भी मिलते हैं।
उदयगिरि गुफाएं, विदिशा- मध्यप्रदेश में जब सबसे प्राचीन गुफाओं का जिक्र आता है तो ये गुफाएं भी शामिल होती हैं। ये गुफाएं लगभग 5वी शताब्दी से संबंध रखती हैं।
पांडव गुफाएं पचमढ़ी, होशंगाबाद- पचमढ़ी एक पर्यटक स्थल हैं और ऐसे में यहां का आकर्षक केन्द्र हैं पांडव गुफाएं इसे बलूआ पत्थरों को कुरेदकर बनाएं गए हैं इनकी संख्या 5 हैं।
भीमबेटका गुफाएं, रायसेन- भीमबेटका गुफाएं यूनिस्को हेरिटेज में शामिल है जिस से यहाँ देश विदेश के अनेक पर्यटक आते है इस प्राकृतिक रूप से निर्मित गुफाओं में आदिकाल में मनुष्य के रहने के प्रमाण प्राप्त है।
आदमगढ़ गुफाएं, होशंगाबाद- इस गुफा में जो कलाकृतियाँ प्राप्त हुई हैं, उनका सम्बन्ध पाषाण युग से माना जाता हैं। आदिकाल में रूचि रखने वालो के लिए बहुत कुछ जानने के लिए यह आदर्श स्थान है।
बाग गुफाएं, धार- बाग गुफाएं चट्टानों को काटकर उकेरे गए नौ स्मारकों का एक समूह है ये गुफाएं बौद्ध भिक्षुओं के मठ थे, और इनमें कई नक्काशी और चित्र मौजूद है।
भारत प्राचीन गुफाओं और मंदिरो के लिए प्रसिध्द हैं। पर आज जानेंगे मध्यप्रदेश में कितने प्राचीन और प्रसिध्द गुफाएं हैं जिनमें आज भी पुरानी कला मौजूद हैं।