नवंबर में इस दिन है आपका विवाह, राम-सीता जैसी होगी जोड़ी, जीवन में कभी नहीं आएगी समस्या!
नवंबर में इस दिन है आपका विवाह, राम-सीता जैसी होगी जोड़ी, जीवन में कभी नहीं आएगी समस्या! vivah panchami 2022 mein kab hai
CM samuhik vivah yojana
नईदिल्ली। vivah panchami 2022 mein kab hai दिवाली के बाद अब नवंबर का माह शादियों के सीजन का है। दिवाली के बाद मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष शादियां होती है। इसी शुक्ल पक्ष की पंचमी को प्रभु श्री राम और सीता माता का भी विवाह हुआ था। मान्यताओं के अनुसार अगर इस दिन किसी भी कि शादी होती है तो बेहद ही शुभ माना जाता है। आपको बता दें कि 28 नवंबर 2022 को विवाह पंचमी पड़ रही है। विवाह के लिए ये दिन बेहद ही शुभ माना जाता है। इस दिन प्रभु राम नें मिथिला में आयोजित सीता स्वयंवर में भगवान शिव के धनुष को उठाकर उसपर प्रत्यंचा चढ़ाई थी और स्वयंवर जीत लिया था। इसके बाद राम-सिया का विवाह हुआ था।
पूजा मुहूर्त और तिथि
vivah panchami 2022 mein kab hai हिंदू पंचाग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी इस साल 27 नवंबर 2022 को शाम 4 बजकर 25 मिनट से शुरू होगी जो 28 नवंबर दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगी। वहीं उदया तिथि के अनुसार विवाह पंचमी 28 नवंबर को मनाई जाएगी।
विवाह पंचमी का महत्व क्या है
विवाह पंचमी का दिन हर किसी के लिए शुभ होता है। अगर इस दिन किसी भी की शादी होती है तो विवाह में किसी भी प्रकार की बाधाएं नहीं आती। ये बात उन लोगों के लिए है। जो विवाह कर रहे हैं और विवाह में किसी प्रकार की समस्याएं आ रही है और वह विवाह पंचमी की पूजा करती है तो विवाह संबधित कोई भी परेशानियां नहीं आएगी। मान्यता है कि ये पूजा करने से आपको मनचाहा जीवनसाथी मिलता है और आप का वैवाहिक जीवन खुशहाल भरा रहता है।
पूजन विधि
सबसे पहले प्रात: काल उठकर प्रभु राम और माता सीता का मन में ध्यान करें और व्रत संकल्प लें। इसके बाद एक पाटा लें और उस पर पीला या लाल रंग का वस्त्र बिछाएं और उसपर राम-सिया की प्रतिमा स्थापित करें। पूजा के वक्त माता सीता को लाल रंग और श्री राम को पीले रंग के वस्त्र पहनाएं। इसके बाद उनके सामने दीप जलाएं और उन्हें रोली, अक्षत, पुष्प अर्पित करें। पूजा के बाद आरती करें और उनके भोग लगाएं।

Facebook



