स्वच्छता अभियान के नाम पर टॉयलेट घोटाला, कांग्रेस विधायक की मांग पर मामले में शुरू हुई जांच..जानिए पूरा मामला | Toilet scam in the name of cleanliness campaign, investigation started in the case on the demand of Congress MLA ..

स्वच्छता अभियान के नाम पर टॉयलेट घोटाला, कांग्रेस विधायक की मांग पर मामले में शुरू हुई जांच..जानिए पूरा मामला

स्वच्छता अभियान के नाम पर टॉयलेट घोटाला, कांग्रेस विधायक की मांग पर मामले में शुरू हुई जांच..जानिए पूरा मामला

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:41 PM IST, Published Date : January 18, 2020/3:32 pm IST

जबलपुर। जबलपुर स्मार्ट सिटी और नगर निगम के यूं तो कई प्रोजेक्ट सवालों के घेरे में हैं लेकिन यहां पब्लिक टॉयलेट बनाने के नाम पर भी घोटाला कर दिया गया। साल 2018—19 में जबलपुर स्मार्ट सिटी और नगर निगम की ओर से स्वच्छता अभियान के नाम पर बड़े पैमाने पर टॉयलेट बनवाए गए जिनमें भ्रष्टाचार की जांच शुरु कर दी गई है।

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आरोप है कि उज्जैन में हुए सिंहस्थ कुंभ के बाद बचे पुराने टॉयलेट्स को अधिकारियों की मिली भगत से नया बता दिया गया और फिर बाज़ार से कई गुना दाम पर उनकी खरीदी कर उन्हें जबलपुर में लगा दिया गया। अब जब ऐसे ज्यादातर टॉयलेट्स खराब हो गए हैं तो कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना की मांग पर नगरीय प्रशासन विभाग मामले की जांच करवा रहा है।

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विधायक विनय सक्सेना ने बीते दिनों विधानसभा में टॉयलेट घोटाले का मुद्दा उठाया था जिस पर नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने लिखित जवाब देते हुए मामले में जांच और कार्यवाई की बात की है। जबलपुर उत्तर से कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने दावा किया है कि जांच पूरी होने के बाद इस घोटाले का दायरा बेहद बड़ा सामने आएगा। वहीं जबलपुर के प्रभारी मंत्री प्रियव्रत सिंह ने भी नगरीय प्रशासन मंत्रालय द्वारा मामले की जांच करवाए जाने की बात की है।

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बता दें कि जबलपुर में स्वच्छता अभियान के तहत शहरी आवासों में 41 हज़ार जबकि 204 पब्लिक टॉयलेट्स और बायो टॉयलेट्स सहित 300 से ज्यादा यूरेनल्स स्थापित करवाए गए थे, आरोप है कि बाज़ार में इनके दाम 10 हज़ार से 40 हज़ार रुपए थे लेकिन स्मार्ट सिटी और नगर निगम की ओर से इनके लिए प्रतिनग 2 लाख 85 हज़ार रुपयों तक का भुगतान किया गया। ख़ासकर ऐसे पब्लिक टॉयलेट्स अब कहीं खराब होने या पानी और पाईप लाईन ना होने से इस्तेमाल करने लायक भी नहीं बचे।

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