मुर्तजा ने आईएसआईएस की आतंकी विचारधारा के तहत गोरखनाथ मंदिर पर हमला किया :एटीएस |

मुर्तजा ने आईएसआईएस की आतंकी विचारधारा के तहत गोरखनाथ मंदिर पर हमला किया :एटीएस

मुर्तजा ने आईएसआईएस की आतंकी विचारधारा के तहत गोरखनाथ मंदिर पर हमला किया :एटीएस

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:31 PM IST, Published Date : April 30, 2022/10:40 pm IST

लखनऊ, 30 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने शनिवार को दावा किया कि तीन अप्रैल को गोरखपुर मंदिर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी ने आईएसआईएस की आतंकी विचारधारा के तहत मंदिर के दक्षिणी द्वार पर तैनात पुलिस कर्मियों पर ‘लोन वुल्फ अटैक’ शैली में हमला किया था।

यहां शनिवार को जारी एक बयान में एटीएस ने कहा, ”आरोपी ने आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट) की आतंकी विचारधारा के क्रम में अपने आतंकवादी कृत्य को अंजाम देने के लिए गोरखनाथ मंदिर के दक्षिण द्वार पर तैनात पुलिस कर्मियों पर ‘लोन वुल्फ अटैक’ शैली में जानलेवा हमला किया था। उसने वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों की राइफल छीनने की कोशिश की थी।”

बयान में कहा गया है, ”आरोपी की मूल योजना सुरक्षा कर्मियों पर ‘बांके’ (एक तेज धार वाले हथियार) से हमला करना, उनकी राइफल छीनने और एक बड़ी घटना को अंजाम देने की थी।” एटीएस ने यह भी कहा कि विस्तृत पूछताछ के दौरान मुर्तजा के पास से बरामद विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के डेटा का विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के साथ विश्लेषण किया गया।

बयान के मुताबिक, ”आरोपी फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम इत्यादि जैसे विभिन्न सोशल मीडिया माध्यम से आईएसआईएस लड़ाकों और आईएसआईएस समर्थकों के संपर्क में था। आरोपी ने आईएसआईएस प्रचार कार्यकर्ता मेहदी मसरूर विश्वास के साथ भी सोशल मीडिया के जरिए संपर्क स्थापित किया था।’’

बयान के मुताबिक मुर्तजा को वर्ष 2014 में बंगलुरु पुलिस ने गिरफ्तार किया था। एटीएस के मुताबिक वह (मुर्तजा) विभिन्न आतंकवादी संगठनों के कट्टरपंथी प्रचारकों और आईएसआईएस की आतंकवादी विचारधारा को बढ़ावा देने वाले जिहादी साहित्य एवं ऑडियो/वीडियो से पूरी तरह प्रभावित था।

एटीएस के मुताबिक आरोपी ने 2013 में आतंकी संगठन अंसार-उल-तौहीद के लिए शपथ ली थी, जिसका 2014 में आईएसआईएस में विलय हो गया था। इसके बाद उसने 2020 में आईएसआईएस के लिए शपथ ली।

एटीएस के बयान में कहा गया है, ”आरोपी ने उक्त संगठन की आतंकी गतिविधियों में मदद के लिए आईएसआईएस के समर्थकों के माध्यम से अपने बैंक खातों से यूरोप, अमेरिका और विभिन्न देशों में करीब 8.5 लाख रुपये हस्तांतरित किए थे।”

गौरतलब है कि आईआईटी से स्नातक मुर्तजा ने तीन अप्रैल को गोरखनाथ मंदिर परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की और सुरक्षा कर्मियों पर बांका से हमला किया, जिससे पीएसी के दो कांस्टेबल घायल हो गए।

गोरखनाथ पुलिस चौकी के मुख्य आरक्षी विनय कुमार मिश्र ने मामले में चार अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

प्राथमिकी के अनुसार हमले के दौरान आरोपी धार्मिक नारे भी लगा रहा था। उसके हमले के कारण वहां अफरातफरी मच गई। हालांकि, थोड़ी देर की मशक्कत के बाद पुलिसकर्मियों ने आरोपी को पकड़ लिया। मिश्रा के मुताबिक आरोपी के पास से बांका, पर्स, एटीएम कार्ड, डीएल, लैपटॉप, धार्मिक साहित्य आदि सामान बरामद हुआ था।

भाषा जफर

धीरज पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)