विपक्ष ''बांटो और राज करो'' वाले फार्मूले पर कुर्मी समाज को बांटने का कुचक्र रच रहा : पंकज चौधरी |

विपक्ष ”बांटो और राज करो” वाले फार्मूले पर कुर्मी समाज को बांटने का कुचक्र रच रहा : पंकज चौधरी

विपक्ष ''बांटो और राज करो'' वाले फार्मूले पर कुर्मी समाज को बांटने का कुचक्र रच रहा : पंकज चौधरी

:   Modified Date:  May 28, 2024 / 11:42 AM IST, Published Date : May 28, 2024/11:42 am IST

(आनन्‍द राय)

गोरखपुर (उप्र), 28 मई (भाषा) केंद्रीय वित्‍त राज्‍य मंत्री और उत्‍तर प्रदेश के महराजगंज संसदीय क्षेत्र से नौंवी बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार पंकज चौधरी के खिलाफ विपक्ष ने उनके सजातीय कुर्मी उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा है, जिसे लेकर चौधरी विपक्ष पर ”बांटो और राज करो” वाला फार्मूला अपनाने तथा कुर्मी समाज को बांटने का कुचक्र रचने का आरोप लगाते हैं।

चौधरी ने यह भी दावा किया कि भाजपा इस बार देश में 400 पार और उप्र में 80 सीटें जीतने का अपना लक्ष्य भाजपा पूरा करेगी।

अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के कुर्मी समाज से आने वाले प्रमुख नेता एवं छह बार के सांसद पंकज चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए गए साक्षात्कार में कहा ”महराजगंज में सदैव हमें स्नेह व प्यार मिला है। इस बार उम्मीद है कि पहले से ज्यादा मत से महराजगंज की जनता हमें जिताएगी।”

सजातीय कुर्मी उम्मीदवार से चुनौती मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ”मैं भी उसी बिरादरी से हूं और 33 साल से मेरा लोगों से संबंध है। आज सवाल सजातीय-विजातीय का नहीं है। वोट इस सवाल पर डल रहे हैं कि केंद्र में प्रधानमंत्री कौन होगा? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सभी जाति, सभी वर्ग के लोग पसंद कर रहे हैं, इसलिए सजातीय के चुनाव मैदान में आने से कोई फर्क नहीं पड़ रहा।”

लोकसभा चुनावों में कुर्मी समाज को सत्ता और विपक्ष दोनों तरफ से महत्‍व मिलने के सवाल पर पंकज चौधरी ने कहा ”कुर्मी समाज अलग थलग पड़ा था। भाजपा ने सम्मान दिया। भाजपा ने मुझ पर विश्वास कर मुझे नौंवी बार उम्मीदवार बनाया है। इसका प्रभाव कुर्मी समाज पर पड़ा है और अधिकांश सीटों पर यह समाज भाजपा के साथ है। इसीलिए विपक्ष ”बांटो और राज करो” वाले फार्मूले पर कुर्मी समाज को बांटने का कुचक्र रच रहा है।’’

पंकज चौधरी को पहली बार 1991 में महराजगंज से भाजपा ने उम्मीदवार बनाया था। यह चुनाव जीतने के बाद वह 1996, 1998, 2004, 2014 और 2019 में भी लोकसभा चुनाव जीते। चौधरी सिर्फ 1999 और 2009 के चुनावों में पराजित हुए।

नौवी बार चुनाव लड़ रहे पंकज चौधरी के मुकाबले कांग्रेस ने महराजगंज जिले के ही फरेंदा विधानसभा क्षेत्र के पार्टी विधायक, कुर्मी बिरादरी के ही वीरेंद्र चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।

महराजगंज संसदीय क्षेत्र में कुर्मी बिरादरी की बहुतायत है। जानकारों का कहना है यहां करीब 10 प्रतिशत कुर्मी मतदाता हैं। इसके अलावा मुसलमान, वैश्य, निषाद, ब्राह्मण, क्षत्रिय, यादव व अनुसूचित जातियां भी प्रमुख रूप से निवास करती हैं।

उत्‍तर प्रदेश में करीब छह फीसद कुर्मी मतदाता हैं और राज्य की 80 लोकसभा सीटों में 48 सीटों पर इस बिरादरी की महत्वपूर्ण भूमिका है। सपा और कांग्रेस गठबंधन ने उप्र में कुर्मी बिरादरी के करीब 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं। वहीं भाजपा ने भी आधा दर्जन से अधिक उम्मीदवार कुर्मी बिरादरी के दिए हैं। 2019 की लोकसभा में उप्र में भाजपा गठबंधन के सात सांसद कुर्मी बिरादरी से थे।

अपने खिलाफ सजातीय उम्मीदवार आने को पंकज चौधरी ने विपक्ष की साजिश करार देते हुए कहा ”इस बार विपक्ष ने कांग्रेस के उम्मीदवार को जिताने के लिए नहीं बल्कि मेरी राजनीति पर असर डालने के लिए, मेरी राजनीति में बंटवारा के लिए षड़यंत्र किया है।”

चौधरी ने यह भी दावा किया कि उप्र में राहुल गांधी और अखिलेश यादव निश्चित तौर पर हारेंगे और जनता उन्हें सबक़ सिखायेगी।

उन्होंने कहा “जिस प्रकार अमेठी की जनता ने राहुल को बाहर किया और कांग्रेस की हिम्मत पस्त हो गयी। पूर्व अध्यक्ष (सोनिया गांधी) राज्यसभा में चली गयीं । आप खुद अंदाजा लगाइए कि उप्र में कांग्रेस और सपा की क्या स्थिति है।”

भाजपा के 400 पार के नारे पर चौधरी ने कहा कि ”2014 में प्रधानमंत्री ने कहा कि 272 पार और हमने 272 पार किया। 2019 में वह बोले तीन सौ पार और हमने तीन सौ पार किया। इस बार प्रधानमंत्री ने 400 पार बोला है। उन्‍होंने कहीं न कहीं कार्यकर्ताओं से अध्ययन और सर्वे के आधार और विकास कार्यों के आधार पर ऐसा कहा है और निश्चित रूप से हम देश में 400 पार करेंगे और उप्र में सभी 80 सीटें जीतेंगे।”

यह पूछे जाने पर कि क्या वह लोग विपक्ष विहीन राजनीति करना चाहते हैं, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ”यह उनका (विपक्ष) कर्म कर रहा है। देश की जनता उनको साफ कर रही है । जो संख्‍या लेकर कांग्रेस आ रही है वह प्रमुख विपक्षी दल बनने लायक भी नहीं रहेगी। ’’

विपक्ष के संविधान बदलने और आरक्षण हटाने के आरोपों को पंकज चौधरी ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा ”भाजपा सरकार बनी तो संविधान और बाबा साहब आंबेडकर को सम्मान मिला। 2014 में प्रधानमंत्री ने पहली बार संसद में जाने पर मत्था टेका और कहा था कि यह लोकतंत्र का मंदिर है, संविधान पूजा योग्य है, उसके लिए मत्‍था टेक रहा हूं कि संविधान के बताये रास्ते पर पूरे देश को लेकर चल सकूं।”

चौधरी ने कहा कि ”संविधान में ही लिखा है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता लेकिन कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा में एससी एसटी, ओबीसी के आरक्षण से चार प्रतिशत काटकर धर्म विशेष को दे दिया। देश में भी वे लोग यही करना चाहते हैं। तृणमूल कांग्रेस ने पिछड़ों का आरक्षण काटकर धर्म विशेष को दिया जिसे उच्‍च न्‍यायालय ने निरस्त किया है। धर्म के आधार पर आरक्षण बदलने का प्रयास विपक्षी कर रहे हैं।”

हाल ही में एक चुनावी रैली में कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि महराजगंज जिला मुख्यालय होने के बावजूद रेलवे लाइन से नहीं जुड़ पाया। खरगे ने इसके लिए सांसद पंकज चौधरी को जिम्‍मेदार ठहराया था। इस बारे में चौधरी ने कहा ”खरग एक दल के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष हैं, उन्हें बोलने से पहले अध्ययन कर लेना चाहिए। महराजगंज की रेलवे लाइन स्वीकृत हो गयी है। हां, यह 30 साल बाद हुआ है। लेकिन जमीनें अधिग्रहित कर मुआवजा बंट चुका है और कार्य प्रगति पर है।’’

महराजगंज में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में एक जून को मतदान होगा। यहां पंकज चौधरी के मुकाबले कांग्रेस उम्‍मीदवार विधायक वीरेन्‍द्र चौधरी टक्‍कर में हैं।

भाषा आनन्‍द मनीषा

मनीषा

 

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